अलवर। अलवर. मालाखेड़ा थाने के रीडर कांस्टेबल मंजीत की मौत मामले में संदेह की सुई मालाखेड़ा थाने के इर्द-गिर्द घूमती नजर आ रही है। मंजीत की मोबाइल कॉल डिटेल में पुलिस के सामने कई ऐसे चौंकाने वाले तथ्य आए हैं, जो हत्या और आत्महत्या दोनों की तरफ इशारा करते हैं। फिलहाल पुलिस इस मामले को दबाए बैठी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कांस्टेबल मंजीत दो मोबाइल फोन रखता था।
जिनमें एक उसका पर्सनल नम्बर था, जो कुछ ही मित्रों के पास था। मंजीत की मोबाइल कॉल डिटेल में उसके दोनों नम्बरों पर पिछले करीब 3 माह में एक ही मोबाइल नम्बर से 3 हजार से ज्यादा फोन कॉल हुए हैं। मंजीत के पर्सनल नम्बर से इस मोबाइल नम्बर पर करीब 2 हजार फोन कॉल हैं।
चौंकाने वाली बात है कि यह नम्बर मालाखेड़ा पुलिस थाने की एक महिला कांस्टेबल का है। घटना के करीब दो घंटे पहले तक मंजीत और उक्त महिला कांस्टेबल के बीच में फोन पर बातचीत भी हुई है।
उल्लेखनीय है कि 27 मई को मालाखेड़ा थाने के रीडर कांस्टेबल मंजीत का शव रैणी के टहडक़ा गांव के जंगल में कार मिला। जिसके सिर में गोली लगी हुई थी। शव के पास से पुलिस को सुसाइड नोट और मालाखेड़ा थाने की सर्विस रिवॉल्वर बरामद हुई।
मंजीत का एक मोबाइल गायब
पुलिस के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार मंजीत के पास दो मोबाइल फोन थे। कार में मंजीत के शव के पास से पुलिस को उसका एक मोबाइल मिला, जबकि उसका दूसरा फोन अब तक गायब है। जिसमें उसकी पर्सनल नम्बर वाली सिम लगी हुई थी। यदि पुलिस को यह मोबाइल फोन हाथ लग जाता है तो उससे घटना से जुड़े कई गहरे राज खुल सकते हैं।
आखिर थाने से कैसे ले गया रिवॉल्वर
मंजीत मालाखेड़ा थाने के मालखाने से थाने की सर्विस रिवॉल्वर आखिर कैसे ले गया। इस बात पर भी संदेह गहरा रहा है। क्या उसे मालखाना इंचार्ज और थाने के संतरी ने नहीं रोका। वहीं, मंजीत ने अपने सुसाइड नोट में उस दौरान थाने पर संतरी पहरे पर तैनात एक महिला कांस्टेबल का जिक्र करते हुए उसे परेशान नहीं करने की बात लिखी है।
जांच कर रहे हैं
मालाखेड़ा थाने के कांस्टेबल मंजीत की मौत मामले में पुलिस गहनता से जांच कर रही है।
मंजीत के मोबाइल कॉल डिटेल में मालाखेड़ा थाने की एक महिला कांस्टेबल का नम्बर आया है। पिछले करीब तीन माह में दोनों के बीच काफी बातचीत हुई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कांस्टेबल मंजीत दो मोबाइल फोन रखता था।
जिनमें एक उसका पर्सनल नम्बर था, जो कुछ ही मित्रों के पास था। मंजीत की मोबाइल कॉल डिटेल में उसके दोनों नम्बरों पर पिछले करीब 3 माह में एक ही मोबाइल नम्बर से 3 हजार से ज्यादा फोन कॉल हुए हैं। मंजीत के पर्सनल नम्बर से इस मोबाइल नम्बर पर करीब 2 हजार फोन कॉल हैं।
चौंकाने वाली बात है कि यह नम्बर मालाखेड़ा पुलिस थाने की एक महिला कांस्टेबल का है। घटना के करीब दो घंटे पहले तक मंजीत और उक्त महिला कांस्टेबल के बीच में फोन पर बातचीत भी हुई है।
उल्लेखनीय है कि 27 मई को मालाखेड़ा थाने के रीडर कांस्टेबल मंजीत का शव रैणी के टहडक़ा गांव के जंगल में कार मिला। जिसके सिर में गोली लगी हुई थी। शव के पास से पुलिस को सुसाइड नोट और मालाखेड़ा थाने की सर्विस रिवॉल्वर बरामद हुई।
मंजीत का एक मोबाइल गायब
पुलिस के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार मंजीत के पास दो मोबाइल फोन थे। कार में मंजीत के शव के पास से पुलिस को उसका एक मोबाइल मिला, जबकि उसका दूसरा फोन अब तक गायब है। जिसमें उसकी पर्सनल नम्बर वाली सिम लगी हुई थी। यदि पुलिस को यह मोबाइल फोन हाथ लग जाता है तो उससे घटना से जुड़े कई गहरे राज खुल सकते हैं।
आखिर थाने से कैसे ले गया रिवॉल्वर
मंजीत मालाखेड़ा थाने के मालखाने से थाने की सर्विस रिवॉल्वर आखिर कैसे ले गया। इस बात पर भी संदेह गहरा रहा है। क्या उसे मालखाना इंचार्ज और थाने के संतरी ने नहीं रोका। वहीं, मंजीत ने अपने सुसाइड नोट में उस दौरान थाने पर संतरी पहरे पर तैनात एक महिला कांस्टेबल का जिक्र करते हुए उसे परेशान नहीं करने की बात लिखी है।
जांच कर रहे हैं
मालाखेड़ा थाने के कांस्टेबल मंजीत की मौत मामले में पुलिस गहनता से जांच कर रही है।
मंजीत के मोबाइल कॉल डिटेल में मालाखेड़ा थाने की एक महिला कांस्टेबल का नम्बर आया है। पिछले करीब तीन माह में दोनों के बीच काफी बातचीत हुई है।
कांस्टेबल ने मरने से पहले महिला कांस्टेबल को किए थे 2 हजार कॉल्स, सामने आए चौकाने वाले तथ्य
Reviewed by PSA Live News
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12:14:00 am
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