पत्रकार कमलेश शर्मा की कलम से स्पेशल रिपोर्ट।
सावधान ! अगर आप जयपुर से सीकर बाईपास पर सफर कर रहे हैं तो - अवैध कट कभी भी ले सकते हैं आपकी जान ।
टोल प्रशासन की लापरवाही और अनदेखी से 4 साल में 598 सडक हादसों में 588 हुए घायल तो 207 लोगों की हुई मौत।
जयपुर । कहने को तो सरकार जनता की सुविधाओं और सुरक्षा को लेकर सजग हैं, लेकिन क्या वाकई मे धरातल पर सरकार की इन बातों को देखा जा सकता है या फिर यूँ कहे कि सिर्फ बातें तो है लेकिन वास्तविक रूप से कुछ नहीं है. केन्द्र सरकार द्वारा विकास को लेकर कई बार बडे़ बोल देखने को मिलते हैं, लेकिन धरातल पर कुछ और ही होता है. सुविधाओं के नाम पर प्रतिदिन लाखों रुपए की जनता से वसूली करने वाला टाटियावास टोल प्लाजा इसका जीवित उदाहरण है. जंहा टोल प्रशासन द्वारा टोल तो पूरा काटता है, लेकिन उसके बदले में सुविधाओं के नाम पर ठेंगा दिखाने का काम करता है. आपको बता दे कि जयपुर से रींगस तक इस हाईवे पर जगह - जगह अवैध कट होने के कारण आए दिन सडक हादसों में राहगीरों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. जिसको लेकर ना सरकार में बैठे जनप्रतिनिधि आवाज उठाने का काम कर रहे हैं ना ही विपक्ष में बैठे जनप्रतिनिधि आवाज उठाने का काम कर रहे हैं. ऐसे में महज 4 साल में 598 सडक हादसों में 588 लोग हादसों में गंभीर हालत में अस्पताल में पहुँच गए तो 207 लोगों ने दम तोड़ दिया. सडक हादसों के इन आंकड़ों के बाद भी ना तो किसी नेता का मन विचलित हुआ ना टोल प्रशासन ने इस पर रोकथाम के कोई ठोस प्रयास शुरू किए. आजादी के 75 साल बाद भी इंसान से जबरन वसूली तो सरकार पूरी कर रही है लेकिन उसकी सुविधा और सुरक्षा के सजगता उसे स्वयं करनी पड रही है. जंहा वह कभी भी अपनी जान गंवा सकता है. वही दूसरी ओर सडक पर घूमते आवारा पशुओं की हाईवे पर रोकथाम के लिए टोल प्रशासन के पास कोई इंतजाम नहीं है, ऐसे में पेड़ के अंदर घूमते पशु कभी भी गाड़ी के सामने आ जाते हैं और सडक हादसे का कारक बन जाते हैं. आपको बता दे कि जंहा एक और केन्द्रीय मंत्री नीतिन गडकरी व एनएचएआई सडक हादसों की रोकथाम को लेकर खुद को गंभीर बता रहे हैं. वही दूसरी ओर जयपुर - सीकर बाईपास पर रसूखदारों की खुशामदी में अवैध कट बना कर आने जाने वाले राहगीरों के लिए मौत की खुली चुनौती दे रहे हैं. जानकारी के मुताबिक जयपुर से निकलने के बाद टाटियावास टोल प्लाजा से लगभग 10 किलोमीटर पहले राजावास बस स्टैंड पर पुलिया बना कर रास्ते को सुगम और सुरक्षित तो कर दिया, लेकिन इस पुलिया से महज 500 मीटर आगे ही सडक पर कट बना दिया, जिससे पुलिया पास होने से गाडियों की गति सीमा तेज होने और कट से वाहन घुमने पर अक्सर हादसे हो जाते हैं. लेकिन टोल प्रशासन ने सिर्फ रसुखदारो की खुशी के लिए राहगीरों को हादसों के झोके में झोक रखा है, आपको बता दे कि कट के एक ओर ईडन गार्डन तो दुसरी ओर एन के पब्लिक स्कूल है जिनकी रसूखदारी में टोल प्रशासन ने इस कट को ना होते हुए भी बना दिया. और एनएचएआई व सरकार भी अनदेखा कर टोल प्रशासन को शह देने का काम कर रहे हैं।

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