अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस पर भारत के नवनिर्माण में पत्रकारों के योगदान को याद किया गया
आज का दिन अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस के नाम से जाना जाता है । पूरे विश्व में आज पत्रकारों के त्याग , तपस्या और बलिदान का स्मरण किया गया । भारत में भी पत्रकार स्वतंत्रता दिवस पर अनेक कार्यक्रमों और संदेशों के माध्यम से भारत के नवनिर्माण में पत्रकारों के योगदान तथा उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को नमन किया गया ।
अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने भारत की राजधानी नई दिल्ली से एक संदेश जारी करते हुए कहा कि हमारे लिए गौरव का विषय है कि हमारे देश में पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है । भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में पत्रकार जगत की अग्रणीय भूमिका रही । पराधीन भारत में पत्रकारों ने अपनी पत्रकारिता की तेजस्विता से भारतीय जनमानस में स्वतंत्रता संग्राम की मशाल जलाकर भारत को स्वतंत्र करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । स्वतंत्रता मिलने के बाद भारत के नवनिर्माण में भारतीय पत्रकारों और उनकी पत्रकारिता का अविस्मरणीय योगदान की यात्रा आज भी निरंतर जारी है ।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान में यह जानकारी दी । उन्होंने बताया कि रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने अपने संदेश में भारत के बलिदानी पत्रकारों को नमन किया । उन्होंने पत्रकारों की युवा पीढ़ी से बलिदानी पत्रकारों के आदर्शों और मानवीय मूल्यों को आत्मसात करने और भारत के भविष्य को स्वर्णिम बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ अर्पित करने का आहवान किया ।
जारी बयान के अनुसार हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नितिन उपाध्याय ने कहा कि आज का दिन पत्रकारों के त्याग , तपस्या और बलिदान को स्मरण करने का दिवस है । भारत की पत्रकारिता ने पूरे विश्व में अपने देश का मान बढ़ाया है । एक पत्रकार सदैव अपने प्राणों को संकट में डालकर समाज और राष्ट्र के हित में सत्य को सामने लाता है । उन्होंने पत्रकार स्वतंत्रता दिवस पर देश के पत्रकारों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की ।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ललित अग्रवाल ने जयपुर मे कहा कि पत्रकारों पर समर्पित आज का दिन पत्रकार जगत को अपनी विगत उपलब्धियों पर हर्षित होने , मार्ग में आई चुनौतियों पर मंथन करने और भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने की योजना तैयार करने का दिन है । उन्होंने कहा कि आज के दिन पत्रकार जगत को भारत की ज्वलंत समस्याओं पर समाधानपरक पत्रकारिता का अनुसरण का संकल्प लेते हुए नए दिन का आरंभ करना होगा ।
ललित अग्रवाल ने पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस पर कहा कि पत्रकारों को हमेशा अपनी जान जोखिम के डालकर पत्रकारिता के दायित्वों को निभाना पड़ता है । सत्य की तह में जानें के लिए विरोधियों और माफियाओं की धमकियों और जानलेवा हमलों से गुजरना पड़ता है । पत्रकार आदर्श समाज और मानवता के लिए हमेशा अपना बलिदान देता रहा । उन्होंने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा और उनके आर्थिक कल्याण की योजनाओं का अभाव एक बड़ी पीड़ा का विषय है । पत्रकारों की इस पीड़ा को दूर करने के लिए शासन को उचित कदम उठाने चाहिए ।
अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस पर भारत के नवनिर्माण में पत्रकारों के योगदान को याद किया गया
Reviewed by PSA Live News
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9:43:00 pm
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