ब्लॉग खोजें

राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रानी बहन का स्मृति दिवस भावनात्मक श्रद्धा के साथ मनाया गया


राँची । 
चौधरी बगान स्थित हरित भवन के सामने, हरमू रोड में स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के राँची केन्द्र में पूर्व संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रानी बहन का स्मृति दिवस शनिवार को अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और भावनाओं के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ रानी बहन के चित्र पर माल्यार्पण एवं स्मृति दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। पूरा वातावरण आध्यात्मिक शांति, मधुर स्मृतियों और प्रेरणादायक प्रसंगों से सराबोर था।

कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख अतिथि

इस अवसर पर राँची विश्वविद्यालय की प्रो. (डॉ.) रानी प्रगति, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका, मारवाड़ी युवा मंच समर्पण शाखा की अध्यक्ष पूजा अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में ब्रह्माकुमारी परिवार, आध्यात्मिक साधक, समाजसेवी एवं स्थानीय श्रद्धालु उपस्थित थे।

रानी बहन के जीवन से मिली प्रेरणा : प्रो. रानी प्रगति

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. (डॉ.) रानी प्रगति ने कहा कि –

“रानी बहन का जीवन निःरंगकारी और निःस्वार्थ तपस्या का प्रतीक था। उन्होंने अपने व्यक्तित्व से यह सिखाया कि आत्मिक उन्नति के मार्ग पर चलने के लिए अहंकार का विसर्जन और बाह्य प्रदर्शन से मुक्ति अत्यावश्यक है। उनका जीवन हमें यह प्रेरणा देता है कि क्षणिक मान–सम्मान की लालसा को त्याग कर यदि हम भीतर से दिव्यता को स्वीकार करें, तो व्यर्थ चिंताओं और जीवन की परेशानियों से मुक्ति संभव है।”

उन्होंने आगे कहा कि रानी बहन आज भले ही भौतिक रूप में हमारे बीच नहीं हैं, परंतु उनकी दिव्य प्रेरणाएं, त्यागमयी साधना और ईश्वरीय संकेत आज भी हमें मार्गदर्शन देते हैं।

विश्व के पुनर्लय का कार्य ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा : पूजा अग्रवाल

मारवाड़ी युवा मंच समर्पण शाखा की अध्यक्ष पूजा अग्रवाल ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा –

“ब्रह्माकुमारी संस्थान में विश्व के पुनर्लय का कार्य स्वयं परमात्मा द्वारा सम्पन्न हो रहा है। यह संस्था न केवल आदि सनातन देवी–देवता धर्म की पुनर्स्थापना कर रही है, बल्कि हिंदुस्तान के गौरवशाली अतीत को पुनः जीवित करने की दिशा में कार्यरत है। बहुत शीघ्र यह विश्व प्रकाशमय, सात्विक, शांत एवं नैतिक मूल्यों से सम्पन्न होगा। असत्य और आसुरी शक्तियों का अंत निश्चित है।”

राँची सेवा केन्द्र की स्थापना की प्रेरणा : डॉ. प्रियंका

डॉ. प्रियंका ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि राजयोग के अभ्यास द्वारा मनुष्य अपने भीतर के पाँच विकारों – काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार को दग्ध कर सकता है। उन्होंने बताया –

“जब पिताश्री ब्रह्मा को राँची में एक स्थायी सेवा केन्द्र की स्थापना की प्रेरणा हुई, तब उनके निर्देशानुसार रानी बहन और निर्मला बहन को यहाँ भेजा गया था। इन्हीं दोनों के अथक प्रयासों और ईश्वरीय प्रेरणाओं से आज राँची सेवा केन्द्र का विस्तार राँगमढ़, हजारीबाग, कोडरमा, गया, डालटनगंज, गढ़वा सहित अनेक क्षेत्रों तक हो चुका है।”

निर्मला बहन ने साझा की प्रारंभिक सेवाओं की स्मृतियाँ

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वर्तमान संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने कहा कि –

“रानी बहन को अमृतसर (पंजाब) से ईश्वरीय संदेश प्राप्त हुआ था, जब संस्थान अपने आरंभिक दिनों में एक पौधे समान था। आज वही पौधा ईश्वरीय सेवाओं का विशाल वृक्ष बनकर पूरे संसार को आध्यात्मिक दिशा प्रदान कर रहा है। रानी बहन ने अपनी पूरी जिंदगी राँची की आत्माओं को ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग की शक्ति से सशक्त किया।”

उन्होंने बताया कि रानी बहन का जीवन सादगी, अनुशासन, करूणा और स्नेह का अद्भुत संगम था। उनकी अमृतमयी वाणी में जो आध्यात्मिक शक्ति थी, उसने अनगिनत आत्माओं को प्रभु मिलन का अनुभव कराया और उनके जीवन में नई दिशा दी।

कार्यक्रम का समापन और श्रद्धांजलि

कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों ने दो मिनट का मौन रखकर रानी बहन की आत्मा की शांति और ईश्वरीय लोक में उन्नति की प्रार्थना की। इसके बाद राजयोग ध्यान का सत्र आयोजित हुआ, जिसमें उपस्थित सभी ने शांति, प्रेम और करुणा के भावों के साथ ईश्वरीय अनुभूति प्राप्त की।

पूरे कार्यक्रम के दौरान संगीतमयी भक्ति प्रस्तुति, प्रेरक प्रसंगों का वाचन और रानी बहन के जीवन पर आधारित वीडियो क्लिप्स प्रदर्शित किए गए, जिससे वातावरण अत्यंत भावनात्मक और दिव्य बन गया।

रानी बहन का जीवन केवल एक अध्यात्मिक यात्रा नहीं, बल्कि मानवता की दिशा में समर्पण, सेवा और दिव्यता का प्रतीक था। उनकी शिक्षाएँ आज भी यह संदेश देती हैं कि जब मनुष्य स्वयं को पहचान लेता है, तो ईश्वर से उसका संबंध सशक्त होकर उसे जीवन के हर संघर्ष में विजयी बनाता है।

राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रानी बहन का स्मृति दिवस भावनात्मक श्रद्धा के साथ मनाया गया राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रानी बहन का स्मृति दिवस भावनात्मक श्रद्धा के साथ मनाया गया Reviewed by PSA Live News on 9:17:00 am Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

Blogger द्वारा संचालित.