संपादक - अशोक कुमार झा ।
रांची । राजधानी रांची के कई इलाके में पानी की किल्लत शुरू हो चुकी है। कई इलाके ड्राई जोन में तब्दील हो चुके हैं। स्थिति यह है कि लोगों को पीने का पानी के लिये भी काफी मशक्कत करना पड़ रहा है। सभी सरकारी और निजी बोरिंग और हैंडपंप पहले ही जवाब दे चुके हैं। जिसका खामियाजा वहां रहने वाले लोग भुगत रहे हैं। यह हालत है हरमू और उसके आस पास के इलाके विद्या नगर , गंगा नगर, श्री नगर , कृष्ण नगर, मधुकम सहित पुंदाग और अरगोड़ा के कई की है, जहां लोग पानी के लिए गुहार लगा रहे हैं । परंतु उन्हें पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है।
पहले हरमू नदी और अरगोड़ा नदी में काफी पानी हुआ करता था, जिससे आस पास के इलाके में पानी की सतह बरकरार रहता था । परंतु नगर निगम और नगर विकास की विकासवादी सोच ने इसे विनाश की तरफ धकेल दिया । आज इस नदी में न तो पानी है और न ही इसका अस्तित्व बरकरार है । यह नदी अब सिर्फ एक नाले की शक्ल में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। साथ ही लगातार ग्राउंड वाटर लेवल नीचे जाने के कारण अब बोरिंग में भी पानी नहीं आ रहा है। कभी इस इलाके में 120 फीट में भी काफी पानी मिल जया करता था। परंतु आज स्थिति यह है कि काफी डीप बोरिंग कराने के बाद भी यहाँ पानी नहीं मिल रहा है।
ऐसे में यहाँ के लोगों को पानी प्राप्त करने का एक मात्र सहारा होता है नगर निगम के टेंकर का इंतजार । परंतु पानी कि ऐसी अकाली के कारण नगर निगम के टेंकर के आते ही यहाँ ज़ोर जबर्दस्ती शुरू हो जाती है, जिस कारण कई लोगों को पानी नहीं मिल पाता है और फिर वह साइकल ठेला या टेमपु से कहीं दूर से पानी ढोने को मजबूर होते है ।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें