27 जून को निकलेगा महाप्रभु श्री जगन्नाथ का भव्य रथ
रांची, 30 अप्रैल 2025। ऐतिहासिक बड़कागढ़ स्थित श्री जगन्नाथपुर मंदिर में अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर मंगलवार को प्रातः 10:30 बजे से नवदिवसीय रथ यात्रा महोत्सव का शुभारंभ हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार, शंख-ध्वनि, घंटानाद और जय जयकारों के बीच रथ निर्माण हेतु लकड़ी की पूजा संपन्न की गई।
रथ निर्माण पूजन का आयोजन मंदिर न्यास समिति के उपाध्यक्ष श्री अशोक नरसरिया, सचिव श्री मिथिलेश कुमार और मंदिर के प्रथम सेवक (सेवायत) ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव की अगुवाई में सम्पन्न हुआ। परंपरागत रूप से पूजन के उपरांत रथ निर्माण कार्य की शुरुआत की गई, जिसमें श्री जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के लिए भव्य रथ तैयार किए जाएंगे।
उत्कल परंपरा के अनुसार अनवरत जारी है अनुष्ठान
ज्ञात हो कि जगन्नाथपुर मंदिर की स्थापना 1691 ईस्वी में ठाकुर एनी नाथ शाहदेव ने की थी। तब से अब तक यहां पुरी (उड़ीसा) की परंपरा और पूजा पद्धति के अनुसार हर वर्ष रथ यात्रा महोत्सव का आयोजन होता आ रहा है। इस परंपरा को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए, इस वर्ष भी पुरी के कारीगरों और स्थानीय कारीगरों की सहभागिता से रथ निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है।
27 जून 2025 को महाप्रभु की भव्य रथ यात्रा
मंदिर समिति के अनुसार इस वर्ष 27 जून 2025 को महाप्रभु श्री जगन्नाथ, माता सुभद्रा और बलभद्र स्वामी जी की भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी। रथ यात्रा के दौरान महाप्रभु अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए मौसीबाड़ी (गुंडिचा मंदिर) की यात्रा करेंगे। इसके लिए भव्य तैयारियां की जा रही हैं, ताकि हर श्रद्धालु इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बन सके।
पूजन कार्यक्रम में श्रद्धालुओं का उमड़ा उत्साह
आज के पूजन कार्यक्रम में मंदिर के मुख्य पुजारी, रथ निर्माण से जुड़े कारीगर और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। सभी ने महाप्रभु श्री जगन्नाथ से आशीर्वाद प्राप्त कर सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की।
पूरे वातावरण में भक्ति, श्रद्धा और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला। भक्तों ने 'जय जगन्नाथ' के नारों से समस्त परिसर को गुंजायमान कर दिया।
महाप्रभु की असीम कृपा से हम सभी पर सदैव मंगल हो। जय जगन्नाथ!

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