कोर्ट के आदेश पर हॉस्टल खाली कराने पहुंची पुलिस टीम को चार दिनों की मोहलत देनी पड़ी
रांची । राजधानी रांची के नवीन सरना कॉलेज हॉस्टल परिसर में शुक्रवार को उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई जब पुलिस कोर्ट के आदेश पर हॉस्टल खाली कराने पहुंची। सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के विद्यानगर स्थित इस हॉस्टल को खाली कराने के लिए कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय की अगुवाई में भारी पुलिस बल दोपहर लगभग 11 बजे पहुंचा, लेकिन मौके पर पहुंचे छात्र उग्र हो गए और विरोध में नारेबाजी करने लगे।
जानकारी के अनुसार, कोर्ट के स्पष्ट निर्देश के तहत हॉस्टल को खाली कराना अनिवार्य है। प्रशासन द्वारा इसकी तैयारी पहले से की जा रही थी, लेकिन छात्रों को जब इसकी भनक लगी तो वे एकजुट होकर विरोध में उतर आए। छात्रों का कहना था कि वे अचानक हॉस्टल नहीं छोड़ सकते, क्योंकि वैकल्पिक व्यवस्था के लिए उन्हें समय चाहिए।
डीएसपी ने की समझाइश, टला टकराव
मौके की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय ने छात्रों से संयम बनाए रखने की अपील की और उन्हें कोर्ट के आदेश की जानकारी देते हुए यह भी समझाया कि पुलिस केवल अपने कर्तव्य का पालन कर रही है। छात्रों की भावनाओं को समझते हुए प्रशासन ने चार दिनों की मोहलत दी है, ताकि वे वैकल्पिक आवास की व्यवस्था कर सकें।
डीएसपी प्रकाश सोय ने छात्रों से कहा—
"हम आपके भविष्य और कठिनाइयों को समझते हैं, लेकिन यह कोर्ट का आदेश है जिसे हर हाल में लागू करना होगा। हम अभी वापस जा रहे हैं, लेकिन चार से पांच दिनों के भीतर हॉस्टल खाली करना अनिवार्य होगा।"
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, नवीन सरना कॉलेज का यह हॉस्टल लंबे समय से विवादों में रहा है। भूमि स्वामित्व, अधिसूचना और नियामक अनुमति से संबंधित कानूनी जटिलताओं के चलते अदालत ने इसके खाली कराने का निर्देश दिया है। यह आदेश संबंधित कॉलेज प्रशासन, जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस को लागू करने के लिए भेजा गया था।
छात्रों की आपत्ति
छात्रों का कहना है कि वे सेमेस्टर के बीच में हैं और अचानक आवास व्यवस्था बदलना उनके लिए मुश्किल है। एक छात्र ने बताया—
"हमें कोई नोटिस पहले नहीं मिला। अगर प्रशासन समय पर जानकारी देता, तो हम पहले से कोई और व्यवस्था कर सकते थे।"
प्रशासन सख्त, लेकिन संवेदनशील
हालांकि पुलिस और प्रशासन की ओर से फिलहाल बल प्रयोग नहीं किया गया है, लेकिन यह साफ कर दिया गया है कि हॉस्टल खाली कराने का आदेश अंतिम है और इसका पालन हर हाल में करना होगा। जिला प्रशासन अब यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि छात्रों को वैकल्पिक व्यवस्था के लिए मार्गदर्शन और सहायता दी जाए।
अगले कुछ दिन होंगे अहम
चार दिन की मोहलत के बाद यदि छात्र हॉस्टल नहीं खाली करते हैं, तो प्रशासन आगे की कड़ी कार्रवाई कर सकता है। प्रशासन ने कॉलेज प्रशासन से भी समन्वय कर छात्रों की सूची और उनके वैकल्पिक रहने की व्यवस्था पर फीडबैक मांगा है।
नवीन सरना कॉलेज हॉस्टल का यह विवाद सिर्फ आवास का नहीं, बल्कि व्यवस्था और संचार की कमी का भी उदाहरण है। प्रशासन को जहां कोर्ट के आदेश का पालन कराना है, वहीं छात्रों की सुरक्षा और भविष्य की जिम्मेदारी भी उतनी ही अहम है। आने वाले चार-पांच दिन इस पूरे घटनाक्रम की दिशा तय करेंगे।
✍️ रिपोर्ट: PSA Live News, रांची।

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