रांची जिला प्रशासन की अभिनव पहल, बच्चों में नेतृत्व, जागरूकता व आत्मविश्वास के विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम
रांची । झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) द्वारा आयोजित 8वीं बोर्ड परीक्षा में रांची जिले ने 97.71% परिणाम के साथ राज्यभर में दूसरा स्थान हासिल कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की। इस सफलता का जश्न मनाते हुए रांची जिला प्रशासन द्वारा एक अनोखे सम्मान समारोह और "प्रशासन से परिचय" कार्यक्रम का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री ने की।
कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल मेधावी छात्रों को सम्मानित करना था, बल्कि उन्हें प्रशासनिक कार्यप्रणाली से अवगत कराते हुए नेतृत्व कौशल, संवाद क्षमताओं, और सामाजिक जिम्मेदारी की समझ देना भी था।
जिले के 20 प्रखंड टॉपर्स को किया गया सम्मानित
उपायुक्त श्री भजंत्री ने जिले के सभी 20 प्रखंडों के चयनित टॉपर छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। उन्होंने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं और उनके माता-पिता व शिक्षकों के योगदान की सराहना की।
उपायुक्त ने कहा:
"बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान अब परिणाम देने लगा है। रांची की बेटियों ने साबित किया है कि वे हर क्षेत्र में अग्रणी हो सकती हैं।"
“प्रशासन से परिचय” कार्यक्रम का उद्देश्य
इस अभिनव कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को निम्नलिखित क्षमताओं के विकास की दिशा में प्रेरित किया गया:
- प्रशासनिक समझ: विभिन्न कार्यालयों के दौरे और अधिकारियों से संवाद द्वारा।
- नेतृत्व और संवाद कौशल: प्रेरणादायी बातचीत व व्यावहारिक अनुभव से।
- सामाजिक जिम्मेदारी की भावना: शहरी नियोजन, कानून व्यवस्था, शिक्षा, व स्वास्थ्य जैसे विषयों से अवगत कराना।
- करियर मार्गदर्शन: प्रतियोगिता परीक्षाओं, सरकारी सेवाओं एवं प्रशासनिक सेवाओं के मार्ग समझाना।
प्रमुख कार्यालयों का भ्रमण और अनुभव
1️⃣ जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय:
छात्रों ने जिला शिक्षा अधीक्षक से सीधा संवाद कर अपने सपनों को साझा किया। उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं, सरकारी सेवाओं और अध्ययन की रणनीतियों पर उपयोगी सुझाव दिए गए। बच्चों के आत्मविश्वास में स्पष्ट वृद्धि देखी गई।
2️⃣ सड़क सुरक्षा कार्यालय:
यहाँ छात्रों को ट्रैफिक नियमों, सड़क सुरक्षा की आवश्यकता, और जागरूकता अभियानों से परिचित कराया गया। शॉर्ट फिल्म दिखाकर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के दुष्परिणामों की जानकारी दी गई।
3️⃣ अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय (रांची सदर):
एसडीओ श्री उत्कर्ष कुमार ने छात्रों से संवाद कर अपने शैक्षणिक व प्रशासनिक सफर को साझा किया। उन्होंने बच्चों को BLO की भूमिका, न्यायालयीन प्रक्रिया, निर्वाचन प्रणाली, और प्रमाण-पत्र संबंधी कार्यों की बारीकी से जानकारी दी।
4️⃣ जिला भूमि सुधार कार्यालय:
यहाँ छात्रों को राजस्व प्रणाली, भूमि अभिलेख, और झारखंड प्रशासनिक सेवा की जानकारी दी गई। साथ ही, सरकारी सेवा में चयन की प्रक्रिया को सरल शब्दों में समझाया गया।
5️⃣ रांची नगर निगम:
छात्रों ने जाना कि शहरी जीवन को सुव्यवस्थित रखने में नगर निगम की क्या भूमिका होती है। स्वच्छता, जल निकासी, अपशिष्ट प्रबंधन, और शहरी योजनाओं के बारे में जागरूक किया गया।
उपायुक्त श्री भजंत्री का प्रेरणादायी वक्तव्य
उपायुक्त ने कहा:
"हमारा प्रयास है कि ये मेधावी छात्र केवल शैक्षणिक उपलब्धियों तक सीमित न रहें, बल्कि प्रशासनिक समझ, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक जागरूकता से भी समृद्ध हों। ये बच्चे भविष्य के नीति निर्माता, अफसर और समाजसेवी बनेंगे।"
उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर प्रसन्नता जताई कि इस वर्ष अधिकांश टॉपर्स बेटियाँ हैं, जो शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड के बदलते परिदृश्य का प्रमाण हैं।
सम्मानित छात्रों की प्रतिक्रिया
सम्मानित छात्रों ने कार्यक्रम को “अविस्मरणीय अनुभव” बताते हुए कहा कि उन्हें अब न केवल प्रशासनिक व्यवस्था की गहराई से समझ मिली है, बल्कि एक नई दिशा और आत्मविश्वास भी प्राप्त हुआ है।
छात्रों का कहना था:
“हमने हमेशा ऑफिस को दूर से देखा था, आज उन अफसरों से बात की, जिनकी कुर्सियाँ हम सपना समझते थे। अब हमें लग रहा है कि हम भी बन सकते हैं प्रशासनिक अधिकारी।”
“प्रशासन से परिचय” कार्यक्रम न केवल छात्रों के लिए बल्कि पूरे शैक्षणिक और प्रशासनिक ढांचे के लिए एक प्रेरणादायी मॉडल बनकर उभरा है। यह पहल झारखंड के अन्य जिलों के लिए भी एक उदाहरण हो सकती है कि किस तरह प्रतिभा को प्रोत्साहित कर नेतृत्व निर्माण की दिशा में कार्य किया जा सकता है।

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