लातेहार में नक्सली तांडव: खनिज सर्वे कर रही कंपनी की मशीनों व गाड़ियों को फूंका, पुलिस जांच में जुटी
लातेहार (झारखंड)। नक्सलियों ने शनिवार की रात लातेहार जिले में एक बार फिर अपनी उपस्थिति का एहसास कराते हुए बड़ी वारदात को अंजाम दिया। चंदवा थाना क्षेत्र के तोरीसोत गांव के पास नक्सलियों ने खनिज सर्वेक्षण कार्य में लगी सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट (CMPDI) की साइट पर धावा बोला और वहां खड़ी दो ड्रिलिंग मशीन समेत कुल आठ वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, देर रात करीब 11 बजे के आसपास हथियारबंद नक्सली भारी संख्या में पहुंचे और पहले कर्मचारियों को धमकाकर वहां से हटाया, फिर मशीनों और अन्य वाहनों को पेट्रोल छिड़ककर जला दिया। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोग दहशत में हैं।
वारदात की सूचना मिलते ही लातेहार एसपी कुमार गौरव के निर्देश पर बालूमाथ डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई। टीम ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया और साक्ष्य जुटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस घटना को अंजाम देकर नक्सली इलाके में भय का माहौल पैदा करना चाहते हैं, लेकिन उनकी मंशा सफल नहीं होने दी जाएगी। घटनास्थल के आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है और नक्सलियों की तलाश में सघन सर्च ऑपरेशन जारी है।
प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि कंपनी द्वारा खनिज सर्वे का काम बिना किसी सुरक्षा प्रावधान के किया जा रहा था, जिससे नक्सलियों को वारदात को अंजाम देने का मौका मिल गया। पुलिस इस कोण से भी जांच कर रही है कि क्या कंपनी ने प्रशासन को पूरी जानकारी दी थी या नहीं।
झारखंड के लातेहार और आसपास के इलाके लंबे समय से नक्सल प्रभाव क्षेत्र रहे हैं। इन इलाकों में जब भी विकास कार्य या औद्योगिक गतिविधियां शुरू होती हैं, नक्सली उन्हें बाधित करने की कोशिश करते हैं। CMPDI जैसे संस्थानों पर हमला कर नक्सली यह संदेश देना चाहते हैं कि बिना उनकी अनुमति के कोई कार्य नहीं हो सकता।
यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि झारखंड के कई इलाकों में नक्सली चुनौती अभी भी जड़ से खत्म नहीं हुई है। प्रशासन को चाहिए कि वह विकास कार्यों को सुरक्षा कवच के साथ आगे बढ़ाए और नक्सल विरोधी अभियान को और सशक्त बनाए।

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