परशुराम जन्मोत्सव पर हज़ारों विप्रजन एकत्र, केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने कहा — “परशुराम शास्त्र और शस्त्र के प्रकांड विद्वान थे”
समारोह के मुख्य अतिथि भारत सरकार के कोयला एवं खनन राज्य मंत्री श्री सतीश चंद्र दुबे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विप्र फाउंडेशन झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार शर्मा ने की।
मुख्य अतिथि श्री दुबे का स्वागत समारोहपूर्वक किया गया — उन्हें पारंपरिक साफा पहनाया गया और परशुराम जी का प्रतीक फरसा भेंट स्वरूप भेंट किया गया। इसके बाद भगवान परशुराम जी के चित्र पर माल्यार्पण कर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा संपन्न हुई।
अपने संबोधन में श्री दुबे ने भगवान परशुराम जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा:
“परशुराम जी शास्त्र और शस्त्र — दोनों के प्रकांड विद्वान थे। ब्राह्मण समाज ने भारतीय सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आज आवश्यकता है कि हम सभी ब्राह्मणजन एकजुट होकर समाज के पुनर्निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।”
सभा को संबोधित करते हुए विप्र फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने संगठन के सामाजिक कार्यों और ब्राह्मण उत्थान के लिए चल रहे प्रयासों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि
“ब्राह्मण समाज को संगठित करना और उसके गौरवशाली इतिहास को भावी पीढ़ियों तक पहुँचाना हमारी प्राथमिकता है।”
प्रकाश मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि आर्थिक पिछड़ेपन और बेरोजगारी से जूझ रहे ब्राह्मण समाज को सरकारी नीति में स्थान मिलना चाहिए।
भाजपा नेता विक्रम पांडेय (पूर्व प्रत्याशी, टुंडी विधानसभा) ने ब्राह्मणों में संगठन और आत्मबल के महत्व पर बल देते हुए कहा कि
“आज एकता ही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है।”
ज्ञान ब्रह्म पाठक ने भारत में ब्राह्मणों के त्याग, तपस्या और बलिदान पर विचार रखते हुए कहा कि
“बिना ब्राह्मण समाज के योगदान के भारतीय सभ्यता की कल्पना भी अधूरी है।”
इस अवसर पर मंच का संचालन अमित मणि शर्मा और प्रहलाद पांडेय ने किया।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रदीप कुमार शर्मा द्वारा दिया गया, जिसमें उन्होंने सभी आगंतुकों एवं सहयोगियों का अभिनंदन किया।
उल्लेखनीय उपस्थिति:
प्रदीप कुमार मिश्रा, जय प्रकाश शर्मा, नवीन पाठक (प्रदेश उपाध्यक्ष), महेश मिश्रा, प्रकाश मिश्रा, ईला रानी पाठक, कृष्णा उपाध्याय, रमाशंकर पांडेय, अशोक कुमार पांडेय, श्याम शर्मा, गोकुल शर्मा, सरिता पांडेय, संगीता दूबे, नंदू शर्मा, प्रकाश चंद्र व्यास, मुना मिश्रा, अनुज तिवारी, बिनोद मिश्रा, अंकित पाठक, सुरेंद्र पांडेय, नवीन पांडेय सहित सैकड़ों गणमान्य विप्रजन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
समारोह के अंत में सभी अतिथियों का स्मृति चिह्न और अंगवस्त्र देकर सम्मान किया गया। आयोजन की भव्यता और व्यापक सहभागिता ने इसे क्षेत्र के सबसे बड़े ब्राह्मण सम्मेलनों में से एक बना दिया।

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