झारखंड में नकली दवाओं पर स्वास्थ्य मंत्री का कड़ा प्रहार: अब QR कोड से होगी असली-नकली की पहचान, दोषियों को जेल और दुकानें होंगी सील
कफ सिरप बना ज़हर, युवाओं को नशे में धकेलने वालों पर कड़ी कार्रवाई, जल्द खुलेंगे अत्याधुनिक फूड व मेडिसिन टेस्टिंग लैब
रांची, 22 मई 2025: झारखंड सरकार ने राज्य में नकली दवाओं के बढ़ते खतरे और युवाओं में नशे के रूप में कफ सिरप के दुरुपयोग को गंभीरता से लिया है। स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने इस पर निर्णायक कार्रवाई की घोषणा करते हुए स्पष्ट किया है कि "जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ अब नहीं चलेगा।"
डॉ. अंसारी ने कहा कि दवा माफियाओं, लापरवाह मेडिकल दुकानदारों और भ्रष्ट अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इस संबंध में कई बड़े और ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, जिनका उद्देश्य झारखंड की स्वास्थ्य प्रणाली को पारदर्शी, सुरक्षित और जिम्मेदार बनाना है।
QR कोड से तय होगी दवा की असलियत – 300 दवाएं होंगी क्यूआर कोड से चिन्हित
अब राज्य में बिना QR कोड वाली दवाओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सरकार ने पहले चरण में 300 जरूरी दवाओं जैसे पेनकिलर, बुखार की दवा, प्लेटलेट बूस्टर, शुगर-थायरॉयड की दवाएं, गर्भनिरोधक और विटामिन सप्लीमेंट्स को इस सिस्टम में शामिल किया है।
QR कोड से ग्राहक दवा की असली पहचान, बैच नंबर, निर्माण तिथि, एक्सपायरी डेट और निर्माता की जानकारी स्कैन कर जान सकेंगे।
मेडिकल दुकानों को अंतिम चेतावनी – बगैर लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन की दवा मिली, तो दुकान होगी सील
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि यदि किसी भी मेडिकल दुकान में बिना वैध रजिस्ट्रेशन की दवा पाई गई, तो उसका लाइसेंस तत्काल रद्द कर दुकान को सील कर दिया जाएगा। साथ ही दोषियों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
कफ सिरप बन रहा नशे का ज़रिया – युवाओं को बर्बाद कर रहा कोडीन और अल्कोहल का मिश्रण
बाजार में उपलब्ध कई कफ सिरप में कोडीन और अल्कोहल की मात्रा का दुरुपयोग तेजी से युवाओं को नशे की लत की ओर धकेल रहा है। यह सिरप अब दवा न होकर ज़हर बन चुका है, जो मस्तिष्क, यकृत और शरीर के अन्य अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने सख्त चेतावनी दी है कि बिना वैध डॉक्टर की पर्ची के कफ सिरप बेचना दंडनीय अपराध माना जाएगा।
ड्रग इंस्पेक्टरों पर निगरानी – लापरवाही पर कार्रवाई तय
राज्य के सभी ड्रग इंस्पेक्टरों को निर्देश दिया गया है कि वे नियमित रूप से जांच करें और किसी भी स्तर पर लापरवाही या भ्रष्टाचार सामने आने पर उन पर भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
तीन साल से एक ही जगह पर जमे अधिकारियों का होगा तबादला
डॉ. अंसारी ने साफ कहा कि वर्षों से एक ही पद पर जमे अधिकारी व्यवस्था को गला रहे हैं। अब ऐसे अधिकारियों की पहचान कर उनका स्थानांतरण किया जाएगा। “अब झारखंड में स्वास्थ्य के क्षेत्र में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी,” उन्होंने कहा।
झारखंड को मिलेंगी अत्याधुनिक टेस्टिंग लैब – फूड व मेडिसिन की होगी तत्काल जांच
जल्द ही राज्य के दुमका, रांची, जमशेदपुर और पलामू में अत्याधुनिक फूड एंड मेडिसिन टेस्टिंग लैब की स्थापना की जाएगी। इससे राज्य के भीतर ही दवाओं और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच तुरंत संभव होगी।
मिलावटखोरों के खिलाफ छापेमारी – मॉल, होटल और रेस्टोरेंट्स की होगी निगरानी
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब सभी बड़े होटल, मॉल और रेस्तरां में बिकने वाले खाद्य उत्पादों की नियमित जांच होगी। मिलावटी, एक्सपायरी या खराब गुणवत्ता के खाद्य पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ तत्काल छापेमारी और कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. इरफान अंसारी ने दो टूक कहा –
"स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। झारखंड को नकली दवा मुक्त और नशा मुक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है।"

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