पटना ब्यूरो रिपोर्ट
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जीत का बिगुल फूंक दिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ बिहार में सरकार बनाएगा।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार द्वारा सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद राज्य की सियासत में तेजी आ गई है। चुनाव आयोग के मुताबिक दो चरणों में मतदान होगा — पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
चुनाव की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर एक उत्साहजनक पोस्ट करते हुए कहा —
“राजग का हर कार्यकर्ता बिहार के विकास, समृद्धि और आत्मनिर्भरता के लिए समर्पित है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि जनता विकास को चुनेगी, और बिहार को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के हमारे संकल्प को समर्थन देगी। आइए, हम सब मिलकर बिहार को विकसित राज्य बनाने के अपने सपने को साकार करें। राजग दोबारा प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगा।”
भाजपा की इस आत्मविश्वास भरी घोषणा के बाद एनडीए (राजग) खेमे में चुनावी उत्साह दिखाई दे रहा है। वहीं विपक्षी दलों में इस बयान ने हलचल मचा दी है।
राजग में शामिल जद(यू) और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने भी अपने-अपने स्तर पर चुनावी रणनीतियों की समीक्षा शुरू कर दी है। इसी क्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी ने भी ‘एक्स’ पर कहा —
“जनता एक बार फिर राजग सरकार को चुनेगी। यह समय है अपने अधिकारों का समझदारी से उपयोग करने का और अपने भविष्य के लिए सही निर्णय लेने का। राज्य में राजग सरकार द्वारा किए गए कार्यों को पहचानिए — सड़कों, पुलों, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में हमने ऐतिहासिक परिवर्तन किए हैं। अब बिहार विकास के मार्ग पर अग्रसर है।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य के बीच समन्वय ने बिहार को नई दिशा दी है। “गांव-गांव सड़कें बनीं, हर घर बिजली और जल की सुविधा पहुँची, युवाओं के लिए नए रोजगार अवसर खुले। यही कारण है कि जनता विकास के पक्ष में मतदान करेगी।”
भाजपा और जद(यू) दोनों ही दल अब बूथ स्तर तक अपनी पकड़ मजबूत करने में जुट गए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, राजग ने ‘विकसित बिहार, आत्मनिर्भर बिहार’ को अपना प्रमुख नारा बनाया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने यह भी कहा कि राजग का चुनावी एजेंडा जाति या समुदाय नहीं, बल्कि विकास और सुशासन है। उन्होंने कहा, “हम वादों पर नहीं, काम पर विश्वास करते हैं। पिछले वर्षों में बिहार में जो परिवर्तन हुए हैं, वे जनता के सामने हैं। अब हमें इसे और आगे ले जाना है।”
दूसरी ओर, विपक्षी दल इस आत्मविश्वास को ‘जनता से दूरी’ और ‘विकास के खोखले दावों’ के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन राजग नेताओं का मानना है कि राज्य में प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशासनिक विश्वसनीयता से गठबंधन को एक बार फिर बड़ा जनादेश मिलेगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस बार बिहार चुनाव में ‘विकास बनाम वादों’ की लड़ाई देखने को मिलेगी। भाजपा संगठन की ताकत और नीतीश सरकार के कामकाज पर जनता की राय, आने वाले दिनों में चुनावी समीकरण तय करेगी।
फिलहाल, भाजपा के प्रदेश नेतृत्व से लेकर मंडल स्तर तक कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। पार्टी दफ्तरों में बैठकों और रणनीतिक चर्चाओं का दौर जारी है।
राजग नेताओं का दावा है कि 6 और 11 नवंबर को जनता “विकास के पक्ष में वोट” करेगी, और 14 नवंबर को मतगणना के दिन “राजग की प्रचंड जीत का उत्सव” मनाया जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं: