(नई दिल्ली/पटना ब्यूरो रिपोर्ट)
बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों की औपचारिक घोषणा के साथ ही सियासी सरगर्मी चरम पर पहुंच गई है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार द्वारा सोमवार को की गई घोषणा के बाद, देशभर से राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी चुनाव आयोग की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे “लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव” बताया।
जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा —
“भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं। चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव है। यह देश और प्रदेश को विकास तथा सुशासन के पथ पर अग्रसर रखने का प्रमुख माध्यम है।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने जनकल्याण और सुशासन को नई परिभाषा दी है।
“एनडीए सरकार ने बिहार को विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाया है। आज बिहार की पहचान पिछड़ेपन या पलायन से नहीं, बल्कि प्रगति, नवाचार और जनसेवा से हो रही है,” नड्डा ने कहा।
“यह चुनाव बिहार को घुसपैठिया मुक्त और जंगलराज से सुरक्षित रखने का चुनाव है”
जेपी नड्डा ने अपने संदेश में बिहार चुनाव के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक राजनीतिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि राज्य की दिशा तय करने वाला निर्णायक अवसर है।
“बिहार का यह चुनाव प्रदेश को विकास के रास्ते पर अनवरत ले जाने, घुसपैठियों से मुक्त करने और जंगलराज को फिर से लौटने से रोकने का चुनाव है। यह बिहार की अस्मिता, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की लड़ाई है।”
उन्होंने आगे कहा कि बिहार की जनता ने हमेशा राष्ट्रहित में निर्णय लिया है और इस बार भी जनता एनडीए को ही प्रचंड बहुमत से विजयी बनाएगी।
“मुझे पूर्ण विश्वास है कि लोकतंत्र की जननी बिहार की पुण्यधरा की जनता भारतीय जनता पार्टी और एनडीए को अपना आशीर्वाद प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार विकास, सुशासन और सामाजिक न्याय का नया अध्याय लिखेगा।”
एनडीए के भीतर उत्साह, भाजपा ने तेज की तैयारी
भाजपा मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, जेपी नड्डा की पोस्ट के बाद पार्टी के सभी प्रदेश स्तरीय इकाइयों को बूथ प्रबंधन, मतदाता संपर्क अभियान और सोशल मीडिया रणनीति को और तेज करने के निर्देश दिए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा अब “विकसित बिहार – आत्मनिर्भर बिहार” के नारे के साथ अपने चुनावी अभियान को गति देने जा रही है। इसके तहत प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों, युवाओं के लिए रोजगार योजनाओं और महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रमों को प्रमुखता से सामने लाया जाएगा।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जद(यू) प्रमुख नीतीश कुमार, लोजपा(रा) के चिराग पासवान और हम पार्टी के जीतन राम मांझी — सभी नेताओं ने एकजुट होकर नड्डा के संदेश का समर्थन किया है।
राजग के नेताओं का मानना है कि यह चुनाव बिहार में विकास और स्थिरता के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि “जनता ने पिछली बार एनडीए को जनादेश दिया था क्योंकि उसे काम दिखा। इस बार बिहार के लोग उन कार्यों को और मजबूत करने के लिए हमें फिर से चुनेंगे।”
विपक्ष पर निशाना भी निहित रूप से साधा
जेपी नड्डा ने भले ही सीधे किसी दल का नाम न लिया हो, लेकिन उनके बयान में विपक्ष पर अप्रत्यक्ष प्रहार साफ झलकता है। “जंगलराज की वापसी को रोकने” वाले वाक्य से उन्होंने राजद-कांग्रेस गठबंधन पर निशाना साधा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा अपने चुनाव प्रचार में सुशासन बनाम अराजकता का मुद्दा एक बार फिर केंद्र में लाने की रणनीति बना रही है।
विश्लेषक यह भी मानते हैं कि नड्डा का संदेश बिहार में ‘मोदी-नीतीश-नड्डा’ त्रिकोणीय नेतृत्व के तालमेल को स्पष्ट करता है, जो राजग की एकजुटता का प्रतीक है।
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