कर्मचारियों को समयबद्ध सेवा, पारदर्शिता और जनसंवेदनशीलता के पालन का निर्देश
“जनता को असुविधा न हो, यही प्रशासन की पहली जिम्मेदारी” — उपायुक्त
रांची। रांची जिला के उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने आज नामकुम अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण कर प्रशासनिक कार्यप्रणाली, कर्मियों की उपस्थिति और नागरिक सेवा प्रणाली की गहन समीक्षा की। यह निरीक्षण जिला प्रशासन की उस सतत पहल का हिस्सा है, जिसके तहत प्रशासनिक पारदर्शिता, जवाबदेही और सुशासन को सुदृढ़ बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त के साथ जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्रीमती उर्वशी पांडेय, प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री विजय कुमार, तथा अंचल अधिकारी श्री कमल किशोर सिंह उपस्थित रहे।
कर्मचारियों की उपस्थिति पंजी और कार्य-संस्कृति की गहन जाँच
औचक निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने सबसे पहले कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों की उपस्थिति पंजी (Attendance Register) का अवलोकन किया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि प्रत्येक कर्मचारी समय पर कार्यालय पहुँचे, अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और अनुशासन के साथ करे।
उपायुक्त ने कहा —
“अंचल और प्रखंड स्तर पर कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी की जिम्मेदारी है कि आम नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। जनता हमारे प्रशासन का केंद्र है, इसलिए नागरिकों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।”
भ्रष्टाचार पर सख्त रुख — ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति दोहराई
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने सभी कर्मचारियों को भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति की कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि कोई कर्मचारी भ्रष्टाचार या अनियमितता में संलिप्त पाया जाता है, और जाँच में इसकी पुष्टि होती है, तो उसके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि कार्यालयों में पारदर्शी और जवाबदेह कार्यशैली अपनाकर ही जनता का विश्वास अर्जित किया जा सकता है।
“हमारा लक्ष्य केवल काम पूरा करना नहीं, बल्कि उसे ईमानदारी, पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ करना है,” — श्री भजन्त्री ने कहा।
नागरिकों से मुलाकात — शिकायतें सुनीं, कई मामलों का हुआ तत्काल समाधान
औचक निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने कार्यालय में उपस्थित सामान्य नागरिकों और आवेदकों से भी सीधे मुलाकात की। उन्होंने उनकी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
कुछ आवेदकों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया। जबकि जटिल मामलों के लिए उन्होंने तय समय सीमा में निपटारे के निर्देश दिए। उपस्थित नागरिकों ने उपायुक्त की संवेदनशीलता और तत्परता की सराहना की।
जनसंपर्क पदाधिकारी और प्रखंड अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश
निरीक्षण के बाद उपायुक्त ने कार्यालय के समस्त अधिकारियों को निर्देश दिया कि नागरिकों के साथ व्यवहार सम्मानजनक, सहयोगात्मक और पारदर्शी हो। किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने विशेष रूप से यह भी कहा कि जनता दरबार और कार्यालय स्तर की सुनवाई प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया जाए ताकि नागरिकों को न्याय और सुविधा समय पर मिल सके।
“पारदर्शिता, जवाबदेही और संवेदनशीलता — यही प्रशासन की पहचान”
निरीक्षण के अंत में उपायुक्त श्री भजन्त्री ने कहा कि जिला प्रशासन का मुख्य उद्देश्य जनता की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देना है।
“प्रशासन तभी मजबूत होगा, जब उसकी जड़ें जनता के विश्वास में हों। पारदर्शिता, जवाबदेही और संवेदनशीलता प्रशासन की असली पहचान है,” — उन्होंने कहा।
उन्होंने सभी अधिकारियों से यह अपेक्षा जताई कि वे अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा, समयबद्धता और जनहित के साथ करें।
जिला प्रशासन की निरंतर निगरानी से बदल रही है कार्यसंस्कृति
रांची जिला प्रशासन के अंतर्गत पिछले कुछ महीनों से उपायुक्त द्वारा नियमित औचक निरीक्षण, जनता दरबार और फील्ड विजिट्स के माध्यम से एक नई कार्यसंस्कृति विकसित हो रही है। इस पहल से अधिकारियों की जवाबदेही बढ़ी है और नागरिकों के बीच प्रशासन के प्रति विश्वास में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
(रांची से विशेष रिपोर्ट — PSA Live News)
Reviewed by PSA Live News
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7:25:00 am
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