संपादक - अशोक झा।
रांची। झारखण्ड उच्च न्यायालय की वरीय अधिवक्ता श्रीमती ऋचा संचिता कहा कि रक्तदान करने से किसी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है अपितु हम समय-समय पर रक्त दान कर के कई बड़ी बिमारियों से भी बच सकते है। समाज में रक्तदान के प्रति भ्रांतियों को जागरूकता से ही दूर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में रक्त की कमी को देखते हुए लोग स्वयं आगे आएं और रक्तदान शिविरों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। खासकर युवा वर्ग के लोग रक्तदान शिविरों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें और दूसरे को भी जागरूक करें. आपके द्वारा किए गए रक्तदान से कई अनजान लोगों की जान बचाई जा सकती है. हमसब मिलकर इस पुनीत कार्य को सफल बनाएं। श्रीमती संचिता आज कुसाई कॉलोनी वेलफेयर सोसायटी, झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड रांची एवं ब्लड बैंक, RIIMS के सहयोग से कुसई कॉलोनी में आयोजित रक्तदान शिविर में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहीं थी। इस अवसर पर श्रीमती ऋचा संचिता ने भी रक्तदान भी किया।
रक्त की एक एक बूंद किसी की जान बचा सकती है
रक्तदान शिविर में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार वर्णवाल ने कहा कि हम सब को समय समय पर रक्त दान करते रहना चाहिये हम इससे स्वयं को स्वस्थ रखने के साथ-साथ किसी जरूरतमंद की जीवन रक्षा में भी सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आपके रक्त की एक एक बूंद किसी की जान बचा सकती है। रक्त का कोई विकल्प नहीं होता रक्तदान एक ऐसा महादान है जिसके बारे में हमें नहीं पता हम किसके लिए रक्तदान कर रहे हैं. परंतु इस महान कार्य से किसी न किसी जरूरतमंद व्यक्ति का जीवन जरूर बच सकता है। रक्तदान के लिए युवा वर्ग को हमेशा तत्पर रहना चाहिए। निरंतर रक्तदान शिविर के आयोजन से अस्पतालों में रक्त संबंध इमरजेंसी खत्म हो सकेगी.
रक्तदान कर जरूरतमंद के काम आएं
रक्तदान शिविर में आईएस अधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री ने भी अपना रक्तदान किया और युवाओं से अपील की कि आप सभी रक्त दान कर के किसी जरूरतमंद के काम आएं उन्होंने बताया कि वे पिछले 10 साल से समय-समय पर रक्तदान करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में आम तौर पर धारणा है कि रक्तदान से शारीरिक कमजोरी होती है, जबकि ऐसा कतई नहीं है, बल्कि रक्तदान से शरीर से अधिक रक्त निकल जाता है और कुछ ही दिन में नया रक्त बन जाता है। रक्तदान से किसी की कीमती जिदगी को बचाया जा सकता है।
रिम्स के डॉ. चंद्रभुषण ने कहा कि रिम्स में रोजाना 40-50 युनिट रक्त जरूरतमंदो को दिया जाता है, मानव रक्त का दुसरा कोई विकल्प नहीं है इसे मानव द्वारा दिये गये रक्त से ही पूर्ति की जा जकती है। उन्होंने बताया कि रक्त दान से हृदय रोग की भी संभावनाएं कम हो जाती हैं।
कुसाई कॉलोनी वेलफेयर सोसायटी समिति के सचिव एवं JUSNL के महाप्रबंधक (वित) श्री राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि सोसायटी द्वारा समाजिक हितों के लिये हमेसा प्रयास किये जाते रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुसाई कॉलोनी वेलफेयर सोसायटी द्वारा वृक्षारोपन, साफ-सफाई आदि के लिये समय-समय पर कई तरह के कार्यक्रम चलाये जाते रहें है। उन्होंने कहा कि आज के इस रक्तदान शिविर में लगभग 100 युनिट रक्त संग्रह किये गये।
रांची। झारखण्ड उच्च न्यायालय की वरीय अधिवक्ता श्रीमती ऋचा संचिता कहा कि रक्तदान करने से किसी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है अपितु हम समय-समय पर रक्त दान कर के कई बड़ी बिमारियों से भी बच सकते है। समाज में रक्तदान के प्रति भ्रांतियों को जागरूकता से ही दूर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में रक्त की कमी को देखते हुए लोग स्वयं आगे आएं और रक्तदान शिविरों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। खासकर युवा वर्ग के लोग रक्तदान शिविरों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें और दूसरे को भी जागरूक करें. आपके द्वारा किए गए रक्तदान से कई अनजान लोगों की जान बचाई जा सकती है. हमसब मिलकर इस पुनीत कार्य को सफल बनाएं। श्रीमती संचिता आज कुसाई कॉलोनी वेलफेयर सोसायटी, झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड रांची एवं ब्लड बैंक, RIIMS के सहयोग से कुसई कॉलोनी में आयोजित रक्तदान शिविर में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहीं थी। इस अवसर पर श्रीमती ऋचा संचिता ने भी रक्तदान भी किया।
रक्त की एक एक बूंद किसी की जान बचा सकती है
रक्तदान शिविर में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार वर्णवाल ने कहा कि हम सब को समय समय पर रक्त दान करते रहना चाहिये हम इससे स्वयं को स्वस्थ रखने के साथ-साथ किसी जरूरतमंद की जीवन रक्षा में भी सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आपके रक्त की एक एक बूंद किसी की जान बचा सकती है। रक्त का कोई विकल्प नहीं होता रक्तदान एक ऐसा महादान है जिसके बारे में हमें नहीं पता हम किसके लिए रक्तदान कर रहे हैं. परंतु इस महान कार्य से किसी न किसी जरूरतमंद व्यक्ति का जीवन जरूर बच सकता है। रक्तदान के लिए युवा वर्ग को हमेशा तत्पर रहना चाहिए। निरंतर रक्तदान शिविर के आयोजन से अस्पतालों में रक्त संबंध इमरजेंसी खत्म हो सकेगी.
रक्तदान कर जरूरतमंद के काम आएं
रक्तदान शिविर में आईएस अधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री ने भी अपना रक्तदान किया और युवाओं से अपील की कि आप सभी रक्त दान कर के किसी जरूरतमंद के काम आएं उन्होंने बताया कि वे पिछले 10 साल से समय-समय पर रक्तदान करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में आम तौर पर धारणा है कि रक्तदान से शारीरिक कमजोरी होती है, जबकि ऐसा कतई नहीं है, बल्कि रक्तदान से शरीर से अधिक रक्त निकल जाता है और कुछ ही दिन में नया रक्त बन जाता है। रक्तदान से किसी की कीमती जिदगी को बचाया जा सकता है।
रिम्स के डॉ. चंद्रभुषण ने कहा कि रिम्स में रोजाना 40-50 युनिट रक्त जरूरतमंदो को दिया जाता है, मानव रक्त का दुसरा कोई विकल्प नहीं है इसे मानव द्वारा दिये गये रक्त से ही पूर्ति की जा जकती है। उन्होंने बताया कि रक्त दान से हृदय रोग की भी संभावनाएं कम हो जाती हैं।
कुसाई कॉलोनी वेलफेयर सोसायटी समिति के सचिव एवं JUSNL के महाप्रबंधक (वित) श्री राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि सोसायटी द्वारा समाजिक हितों के लिये हमेसा प्रयास किये जाते रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुसाई कॉलोनी वेलफेयर सोसायटी द्वारा वृक्षारोपन, साफ-सफाई आदि के लिये समय-समय पर कई तरह के कार्यक्रम चलाये जाते रहें है। उन्होंने कहा कि आज के इस रक्तदान शिविर में लगभग 100 युनिट रक्त संग्रह किये गये।
रक्तदान से कई मरीजों की जान बचाई जा सकती है-- ऋचा संचिता
Reviewed by PSA Live News
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11:10:00 pm
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