रांची। राजधानी रांची के थड़पखना स्थित गवर्नमेंट वूमेंस पॉलिट्केनिक (Government womens polytechnic) के होस्टल में रह रही छात्राएं दहशत में हैं. गुरुवार रात होस्टल में हंगामा हुआ शराब की बोतलें होस्टल के अंदर फेंकीं. होस्टल में रहने वाली 200 लड़कियां सहम गयीं. छात्राओं ने अपने स्तर से प्रयास किया और कुछ देर बाद पीसीआर वैन वहां पहुंची. सुबह गार्ड तैनात था लेकिन रात की घटना पर किसी तरह की जानकारी गार्ड के पास नहीं है. दूसरी तरफ कॉलेज कर्मचारी रात की घटना पर बैठक कर रहे थे. इस बैठक में हॉस्टल की कुछ छात्राएं भी शामिल थी.
रात की घटना के बाद सुरक्षा को लेकर हुआ फैसला
छात्राओं ने भी रात की घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. कॉलेज कर्मचारी हॉस्टल की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे उन्होंने कहा, हमने बैठक में सुरक्षा को लेकर कुछ फैसले लिये हैं. सुरक्षा के लिेए हमने होम गार्ड की तैनाती का फैसला लिया है. सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ेगी. 24 घंटे वार्डन साथ रहेगी.
गार्ड के छोटे से कमरे के पीछे है वार्डन का घर
कल कितनी थी सुरक्षा
कल रात की घटना पर कॉलेज कर्मचारियों ने आधिकारिक तौर पर बयान देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा, जबतक प्रिंसिपल नहीं आते तबतक हम रात की घटना पर टिप्पणी नहीं करेंगे. क्या हुआ, कैसे हुआ कुछ भी कहना मुश्किल है. पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है कल रात को एक लड़के को इस मामले में उन्होंने पकड़ा है. कल रात गवर्नमेंट वूमेंस पॉलिट्केनिक में कोई गार्ड तैनात था या नहीं इसकी कोई जानकारी नहीं है. हॉस्टल की वार्डन भी किसी निजी काम से कॉलेज कैंपस के बाहर हैं.
क्या कह रही है पुलिस
इस पूरे मामले पर लालपुर थाना प्रभारी अरविंद ने कहा, अबतक हमें पूरे मामले में लिखित शिकायत नहीं आयी है. हम लिखित शिकायत का इंतजार कर रहे हैं. कल रात के हंगामे के बाद हम वहां पहुंचे थे और मामले की जांच की इसमें एक लड़के का नाम सामने आया है हम उसकी तलाश कर रहे हैं इस मामले में हमने एक लड़के को और पकड़ा है जो हमें मुख्य आरोपी तक पहुंचाने में मदद कर रहा है.
सूत्र बताते हैं कि जिस लड़के पर आरोप लगा है वह प्रिंसिपल का रिश्तेदार है कॉलेज कैंपस के अंदर ही रहता था. कल रात किसी विवाद के बाद शराब की बोतल फेंकी गयी और हंगामा हुआ. इस पूरे मामले की जानकारी के लिए जब हमने प्रिंसिपल से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने हमारा फोन नहीं उठाया. बताया जाता है कि प्रिंसिपल शहर के बाहर थे लेकिन मामले को बढ़ता देख वह तुरंत कॉलेज में बैठक करेंगे.
होस्टल में कोई गार्ड तक नहीं है. गुरुवार देर रात जब बदमाशों ने होस्टल के अंदर और बाहर दारू की बोतलें फोड़ीं, तो किसी लड़की ने कांग्रेस की छात्र इकाइ एनएसयूआइ के नेता को फोन किया.
छात्र नेता ने पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल से बात की. आग्रह किया कि वह पुलिस को बुलायें, ताकि छात्राओं का डर खत्म हो. थोड़ी देर बाद पीसीआर वैन आयी. पुलिस को देखकर छात्राओं ने राहत की सांस ली. पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने छात्राओं से कहा कि वह मामले की जांच करेगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
रात की घटना के बाद सुरक्षा को लेकर हुआ फैसला
छात्राओं ने भी रात की घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. कॉलेज कर्मचारी हॉस्टल की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे उन्होंने कहा, हमने बैठक में सुरक्षा को लेकर कुछ फैसले लिये हैं. सुरक्षा के लिेए हमने होम गार्ड की तैनाती का फैसला लिया है. सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ेगी. 24 घंटे वार्डन साथ रहेगी.
गार्ड के छोटे से कमरे के पीछे है वार्डन का घर
कल कितनी थी सुरक्षा
कल रात की घटना पर कॉलेज कर्मचारियों ने आधिकारिक तौर पर बयान देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा, जबतक प्रिंसिपल नहीं आते तबतक हम रात की घटना पर टिप्पणी नहीं करेंगे. क्या हुआ, कैसे हुआ कुछ भी कहना मुश्किल है. पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है कल रात को एक लड़के को इस मामले में उन्होंने पकड़ा है. कल रात गवर्नमेंट वूमेंस पॉलिट्केनिक में कोई गार्ड तैनात था या नहीं इसकी कोई जानकारी नहीं है. हॉस्टल की वार्डन भी किसी निजी काम से कॉलेज कैंपस के बाहर हैं.
क्या कह रही है पुलिस
इस पूरे मामले पर लालपुर थाना प्रभारी अरविंद ने कहा, अबतक हमें पूरे मामले में लिखित शिकायत नहीं आयी है. हम लिखित शिकायत का इंतजार कर रहे हैं. कल रात के हंगामे के बाद हम वहां पहुंचे थे और मामले की जांच की इसमें एक लड़के का नाम सामने आया है हम उसकी तलाश कर रहे हैं इस मामले में हमने एक लड़के को और पकड़ा है जो हमें मुख्य आरोपी तक पहुंचाने में मदद कर रहा है.
सूत्र बताते हैं कि जिस लड़के पर आरोप लगा है वह प्रिंसिपल का रिश्तेदार है कॉलेज कैंपस के अंदर ही रहता था. कल रात किसी विवाद के बाद शराब की बोतल फेंकी गयी और हंगामा हुआ. इस पूरे मामले की जानकारी के लिए जब हमने प्रिंसिपल से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने हमारा फोन नहीं उठाया. बताया जाता है कि प्रिंसिपल शहर के बाहर थे लेकिन मामले को बढ़ता देख वह तुरंत कॉलेज में बैठक करेंगे.
होस्टल में कोई गार्ड तक नहीं है. गुरुवार देर रात जब बदमाशों ने होस्टल के अंदर और बाहर दारू की बोतलें फोड़ीं, तो किसी लड़की ने कांग्रेस की छात्र इकाइ एनएसयूआइ के नेता को फोन किया.
छात्र नेता ने पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल से बात की. आग्रह किया कि वह पुलिस को बुलायें, ताकि छात्राओं का डर खत्म हो. थोड़ी देर बाद पीसीआर वैन आयी. पुलिस को देखकर छात्राओं ने राहत की सांस ली. पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने छात्राओं से कहा कि वह मामले की जांच करेगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
गवर्नमेंट वीमेंस पॉलिटेक्निक के होस्टल में हंगामा, छात्राओं में अब भी दहशत
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9:05:00 am
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