मुंबई से संवाददाता -सुरेश कुमार सोनी की रिपोर्ट।
बप्पी लहिरी को बीते साल अप्रैल में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब वह कोरोना की चपेट में आ गए थे। हालांकि कुछ दिनों में ही वह ठीक भी हो गए थे। इस वक्त वह मुंबई के Criticare अस्पताल में भर्ती थे।
अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. दीपक नामजोशी ने बताया कि बप्पी लहिरी एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें सोमवार (14 फरवरी) को डिस्चार्ज कर दिया गया था। लेकिन मंगलवार को उनकी हालत बिगड़ गई। बप्पी दा के परिवार ने डॉक्टर को घर पर बुलाया। बप्पी दा को तुरंत ही अस्पताल लाया गया। डॉक्टर के मुताबिक, बप्पी दा हेल्थ संबंधी काफी (Bappi Lahiri health issues) परेशानियों से जूझ रहे थे। उनका निधन OSA (obstructive sleep apnea) के कारण हुआ।
बप्पी लहिरी के निधन की खबर से पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। सोशल मीडिया पर सिलेब्रिटीज और फैंस 'डिस्को किंग' को याद कर भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं। किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है कि अब बप्पी दा भी इस दुनिया में नहीं हैं। कुछ दिन पहले ही स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन हो गया था। अभी देश लता जी को खोने के सदमे से उबर भी नहीं पाया था कि अब बप्पी दा हमेशा के लिए अलविदा कह गए।
बप्पी लहिरी इस साल सलमान खान के शो 'बिग बॉस 15' में भी नजर आए थे। उस दौरान भी उनकी तबीयत नासाज लग रही थी। सलमान ने सेट पर बप्पी दा को बिठाने के लिए खास व्यवस्था करवाई थी।
बप्पी लहिरी का असली नाम आलोकेश लहिरी था। उनका जन्म बंगाल में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। बप्पी लहिरी ने मात्र 3 साल की उम्र से तबला बजाना शुरू कर दिया था। उनकी शुरुआती ट्रेनिंग घर पर माता-पिता ने करवाई। बप्पी लहिरी को 'डिस्को किंग' कहा जाता था क्योंकि उन्होंने ही भारतीय सिनेमा में synthesized disco म्यूजिक को पॉप्युलर किया था। बप्पी लहिरी को 2018 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया था। उन्होंने फिल्मफेयर अवॉर्ड भी जीता।
बप्पी दा के दो बच्चे हैं-बेटा बप्पा लहिरी और बेटी रीमा लहिरी। बप्पी दा सिर्फ अपने म्यूजिक और गानों के लिए ही नहीं बल्कि गोल्ड के प्रति अपने प्यार के लिए भी जाने जाते थे। वह अकसर की गोल्ड की ढेरों चेन और सनग्लासेस पहने नजर आते। बप्पी दा का एक मशहूर डायलॉग था, जो वह हमेशा कहते। वह बोलते थे-गोल्ड इज माय किंग।'
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