रांची । पूरे देश में नई भारतीय न्याय संहिता में हिट एंड रन कानून का तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। इस विरोध की शुरवात मुख्य रूप से ट्रक ड्राइवर्स ने की है। भारत में बढ़ते एक्सीडेंट के केस पर रोक लगाने की नज़रिए से इस कानून को लागु किया गया है। इसके आलावा पूर्व में कई ऐसे क्रिमिनल केस सामने आए हैं, जिसके क़ानूनी जाँच में यह सामने आया है के एक्सीडेंट हत्या की मानसिकता से की गयी थी। मुख्यतः इन बातो को मद्देनज़र रखते हुए यह कदन उठाया गया है। दूसरी ओर ट्रक ड्राइवर्स का यह मनना है की इस कानून के लागु होते ही उनका कार्य जोखिम भरा हो जाएगा, मजबूरन क़ानूनी रूप से सुरक्षित रहने के लिए उनको अपना कार्य छोड़ना पड़ेगा। ट्रक ड्राइवर्स का मनना है की उनके कार्य में यह निश्चित नहीं के कब एक्सीडेंट हो जाए। ट्रक ड्राइवर्स को रोज़ाना हाईवे पर चलना होता है, कई बार गलती सामने वाले वहां की होती है। हलाकि इस कार्य में पहले भी जोखिम था पर इस कानून के आने पर यह कार्य काफ़ी जोखिम भरा बन चूका है। नई भारतीय न्याय संहिता में हिट एंड रन कानून का विरोध करते हुए, आपराधिक संहिता जो भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की जगह लेगी। इस नए कानून ने सड़क दुर्घटना के मामलों में जुर्माना बढ़ाकर 10 साल तक कर दिया है। भारतीय दंड संहिता में, सड़क दुर्घटना में गलती से किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है, जिसमें अधिकतम 2 साल की जेल की सजा होती है। लेकिन अब जो कोई भी लापरवाही से किसी व्यक्ति की मौत का कारण बनता है, जो गैर इरादतन हत्या नहीं है, उसे सात साल तक की अवधि के लिए कारावास से दंडित किया जाएगा, और जुर्माना भी लगाया जाएगा। यदि किसी भी मामले में कोई गलती से किसी व्यक्ति की हत्या कर देता है, तो घटना की रिपोर्ट निकटतम पुलिस स्टेशन में सूचित की जानी चाहिए।यदि अपराधी बच जाता है या तुरंत घटना की रिपोर्ट करने में विफल रहता है, तो कारावास की अवधि दस साल तक बढ़ सकती है, साथ ही ₹ 7 लाख का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। ट्रक ड्राइवरों का मानना है कि नया कानून कठोर और बड़े वाहनों के खिलाफ पक्षपातपूर्ण है। नए कानून के अनुसार, हिट एंड रन मामलों में 10 साल तक की जेल और 7 लाख रुपये का जुर्माना हो सकता है। हम ड्राइवर हैं, हम इतनी बड़ी जुर्माना राशि कैसे दे सकते हैं?" प्रदर्शनकारियों ने उन ड्राइवरों के खिलाफ भीड़ की संभावित हिंसा के बारे में भी चिंता व्यक्त की है जो घायलों को अस्पताल ले जाने का विकल्प चुनते हैं। पुरे भारत में इस प्रोटेस्ट से विभिन्न ड्राइवर्स जुड़ते जा रहे हैं और प्रोटेस्ट का असर दिख रहा है।
पूरे देश में नई भारतीय न्याय संहिता में हिट एंड रन कानून का हो रहा विरोध
Reviewed by PSA Live News
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8:16:00 pm
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