रांची क्षेत्र के 100 मुंडा सामाजिक कार्यकर्ता पहुंचे दिल्ली, केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने सपत्नीक चरण पखार कर किया स्वागत
रांची/नई दिल्ली। सनातन संस्कृति जागरण महोत्सव के स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर रांची क्षेत्र से मुंडा समाज के 100 से अधिक सामाजिक कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचे। इस विशेष आयोजन के अंतर्गत इन कार्यकर्ताओं का स्वागत केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ ने अपने आवास पर सपत्नीक पारंपरिक रूप से चरण पखारकर किया। इस भावपूर्ण एवं सांस्कृतिक सम्मान ने सभी उपस्थित जनों को गहरे तक प्रभावित किया।
इस अवसर पर केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुएल उरांव, उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व राज्य मंत्री पंडित सुनील भराला तथा भाजपा संसदीय दल के कार्यालय सचिव श्री शिव शक्ति नाथ बक्शी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
संवाद और सहभागिता
स्वागत समारोह के उपरांत एक सार्थक संवाद सत्र आयोजित किया गया, जिसमें जनजातीय समाज की सांस्कृतिक चेतना, सनातन परंपराओं के प्रति उनकी निष्ठा, और सामाजिक समरसता में उनकी भूमिका पर विचार-विमर्श हुआ। चर्चा के दौरान वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि जनजातीय समुदाय न केवल प्रकृति पूजक है, बल्कि वह सनातन संस्कृति के मूलभूत स्तंभों में से एक है।
केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने कहा,
"जनजातीय समाज हमारी सनातन संस्कृति की आत्मा है। उनके रीति-रिवाज, जीवन शैली और प्रकृति से जुड़ा दृष्टिकोण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है। समाज को संगठित करने और एकता के सूत्र में बांधने के लिए ऐसे जागरण समारोह अत्यंत आवश्यक हैं।"
केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल उरांव ने कहा,
"यह गर्व की बात है कि झारखंड के जनजातीय कार्यकर्ता न केवल अपनी जड़ों से जुड़े हैं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।"
उद्देश्य और संदेश
यह आयोजन न केवल सम्मान का प्रतीक था, बल्कि समाज को जागरूक करने और सनातन मूल्यों के पुनर्जागरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल भी था। इस कार्यक्रम ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि जनजातीय समाज, अपने सांस्कृतिक मूल्यों को संजोते हुए, राष्ट्रीय अस्मिता के साथ एकरूप है।
समारोह में शामिल सभी कार्यकर्ताओं ने इस आयोजन को ऐतिहासिक और प्रेरणादायक बताया। उन्होंने दिल्ली पहुंचकर जो अनुभव साझा किया, वह समाज के भीतर आत्मविश्वास और संस्कृति के प्रति गौरव का संचार करने वाला था।

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