गृह सचिव वंदना दादेल ने किया कार्यक्रम का उद्घाटन, 20 से 23 मई तक चार दिवसीय प्रशिक्षण शौर्य सभागार में आयोजित
रांची/राज्य संवाददाता: राज्य सरकार ने निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने और समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक व्यापक और बहुआयामी पहल की शुरुआत की है। इस दिशा में गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के तत्वावधान में चार दिवसीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ डोरंडा स्थित शौर्य सभागार में हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती वंदना दादेल ने किया।
मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरे राज्य को नशामुक्त बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। यह कार्यक्रम 20 मई से 23 मई 2025 तक चार प्रमंडलों — दक्षिणी छोटानागपुर, उत्तरी छोटानागपुर, संथाल परगना और कोल्हान-पलामू — के लिए आयोजित किया गया है। हर प्रमंडल के लिए एक-एक दिन निर्धारित किया गया है।
प्रथम दिवस: दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के मास्टर ट्रेनर्स को मिला प्रशिक्षण
20 मई को दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के प्रशिक्षुओं को ड्रग्स एवं मादक पदार्थों के सामाजिक, शारीरिक और मानसिक प्रभावों पर विशेष जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने बताया कि नशे की प्रवृत्ति को कैसे पहचाना जाए, कैसे रोकथाम के उपाय अपनाए जाएं और कैसे नशा छोड़ने की प्रक्रिया में सहायता दी जाए।
प्रशिक्षण की प्रमुख विषयवस्तु रही:
- नशे की शुरुआत के कारण एवं सामाजिक प्रभाव
- किशोरों व युवाओं को लक्षित कर रोकथाम रणनीति
- मादक पदार्थों से जुड़े कानून और उनका पालन
- समुदाय आधारित पुनर्वास और समर्थन तंत्र
- SHG, NYKS, युवा क्लब और अन्य संस्थाओं की भागीदारी
प्रशिक्षण में इन विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया:
- स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग
- उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग
- महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग
- स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग
- पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग
- झारखंड पुलिस
- झारखंड राज्य आजीविका प्रोत्साहन सोसाइटी (JSLPS)
- वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग
प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर्स अब अपने-अपने जिलों में जाकर विभिन्न समुदायों, स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे, जिससे मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों की जानकारी जन-जन तक पहुँच सके।
गृह सचिव वंदना दादेल का संदेश:
"नशा केवल एक व्यक्ति का नहीं, पूरे परिवार और समाज का संकट बनता है। राज्य सरकार इस चुनौती को गंभीरता से ले रही है। हम चाहते हैं कि हर नागरिक इस जागरूकता अभियान का हिस्सा बने और नशामुक्त झारखंड के निर्माण में सहयोग करे।"
आगे की रूपरेखा:
21 मई को उत्तरी छोटानागपुर, 22 मई को संथाल परगना और 23 मई को कोल्हान व पलामू प्रमंडल के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन मास्टर ट्रेनरों को स्थानीय स्तर पर नशा विरोधी अभियान का नेतृत्व करना होगा।

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