ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ मेला 2025: 27 जून से 5 जुलाई तक भव्य आयोजन की तैयारी तेज, उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक
रांची, विशेष प्रतिनिधि। हिंदू आस्था और संस्कृति का प्रतीक ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ मेला इस वर्ष 27 जून से 5 जुलाई 2025 तक भव्यता के साथ आयोजित किया जाएगा। मेले के सफल एवं सुव्यवस्थित आयोजन को लेकर आज समाहरणालय ब्लॉक-ए स्थित सभागार में उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिला प्रशासन, नगर पुलिस, जगन्नाथपुर मंदिर न्यास समिति, एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। आयोजन को ऐतिहासिक, सुरक्षित, सांस्कृतिक और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाने को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए।
प्रमुख उपस्थितजन
बैठक में अपर दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) श्री राजेश्वर नाथ आलोक, अनुमंडल पदाधिकारी (सदर) श्री उत्कर्ष कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक श्री राजकुमार मेहता, आवासीय दंडाधिकारी हटिया श्रीमती शायनी तिग्गा, जगन्नाथपुर मंदिर न्यास समिति के प्रभारी अध्यक्ष रनेन्द्र कुमार, सचिव मिथलेश कुमार, उपाध्यक्ष अशोक नारसरिया, कोषाध्यक्ष विनोद कुमार, प्रथम सेवक ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव एवं अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे।
उपायुक्त ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश
उपायुक्त श्री भजन्त्री ने स्पष्ट कहा कि जिला प्रशासन मेला के दौरान पूर्ण रूप से सतर्क रहेगा। श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा, स्वच्छता एवं धार्मिक गरिमा की रक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। बैठक में निम्नलिखित अहम बिंदुओं पर विशेष निर्देश दिए गए:
1. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
पूरे मेला क्षेत्र विशेषकर मंदिर के चारों ओर अवैध अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को निर्बाध दर्शन एवं आवाजाही मिल सके।
2. झूलों की सुरक्षा जांच अनिवार्य
मेले में लगने वाले झूलों के लिए सख्त सुरक्षा मानक तय किए गए हैं। सभी झूला संचालकों को प्रमाणपत्र, तकनीकी जांच रिपोर्ट एवं बीमा दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा और सहमति
बैठक में जगन्नाथपुर मंदिर न्यास समिति द्वारा प्रस्तुत 30 महत्त्वपूर्ण प्रस्तावों पर विचार करते हुए, उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्य प्रस्तावों में शामिल हैं:
- वॉच टावर, लाइट व साउंड सिस्टम की स्थापना
- पेयजल, बिजली, जनरेटर व चिकित्सीय सुविधा की व्यवस्था
- मोबाइल शौचालय, सफाई, ब्लीचिंग पाउडर से छिड़काव
- फायर ब्रिगेड, AMBULANCE, नेत्रदान महोत्सव की सुरक्षा
- मांस, मछली, शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध
- यातायात व्यवस्था, भारी वाहनों के मार्ग परिवर्तित करना
- मुख्य मंदिर व मौसी बड़ी में महिला व पुरुष सुरक्षा बलों की तैनाती
- वृहत प्रचार-प्रसार, वीआईपी लॉन्ज, सोफा-कुर्सी व्यवस्था
- रथ निर्माण हेतु लकड़ी, बांस व रस्सी की व्यवस्था
- टेंट, माइक व साउंड सिस्टम की सुविधा
- निजी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती पर विचार
- मेला शिविर, मीडिया केंद्र व स्वयंसेवकों हेतु पहचान-पत्र
- स्वयंसेवकों हेतु नाश्ता-पानी की व्यवस्था
राजकीय मेला का दर्जा दिलाने का प्रयास
बैठक में जगन्नाथपुर रथ मेला को राजकीय मेला का दर्जा दिलाने हेतु औपचारिक पत्राचार की प्रक्रिया आरंभ करने पर सहमति बनी। इससे इस आयोजन को स्थायी बजटीय सहयोग व प्रशासकीय संरचना मिलेगी।
जिला प्रशासन तत्पर, मेला को सफल बनाने का लिया संकल्प
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि प्रशासन, मंदिर न्यास समिति के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेगा कि रथ मेला श्रद्धा, सुरक्षा और सुव्यवस्था का आदर्श उदाहरण बने। हर वर्ष की तरह इस बार भी यह मेला न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी पूरे झारखंड का गौरव बनेगा।
संक्षेप में - रथ मेला 2025 की विशेषताएं
- तिथि: 27 जून – 5 जुलाई 2025
- स्थान: जगन्नाथपुर मंदिर परिसर, रांची
- विशेष आयोजन: उपनयन संस्कार, नेत्रदान महोत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रम
- प्रमुख आकर्षण: रथ यात्रा, विशाल मेले का आयोजन, जनसंपर्क और राज्यस्तरीय अतिथियों की उपस्थिति
जगन्नाथपुर रथ मेला अब केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि झारखंड की सांस्कृतिक पहचान बन चुका है – और इस वर्ष इसके भव्यतम रूप की तैयारी शुरू हो चुकी है।
– विशेष संवाददाता

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