झारखंड में फिर बढ़ने लगे कोरोना के मामले: रांची में 21 वर्षीय महिला समेत तीन नए संक्रमित, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
24 मई को पहले मामले के बाद अब कुल संक्रमितों की संख्या 3 पहुंची, सभी मामलों की पुष्टि माइक्रोप्रैक्सिस लैब में
रांची, 29 मई — झारखंड में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। पिछले कुछ महीनों से शांत रहे राज्य में अब कोविड-19 के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं। 24 मई को राज्य में इस वर्ष का पहला कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आया था, लेकिन महज कुछ दिनों के भीतर यह संख्या बढ़कर तीन तक पहुंच गई है। संक्रमण के सभी तीन मामलों की पुष्टि राजधानी रांची स्थित माइक्रोप्रैक्सिस लैब में की गई है।
तीन नए संक्रमितों में महिला, बुजुर्ग और पूर्व संक्रमित के संपर्क में आया व्यक्ति शामिल
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ताजा मामलों में रांची की रहने वाली 21 वर्षीय एक युवती भी शामिल है, जो वर्तमान में रांची के सैंफोर्ड अस्पताल में भर्ती है। युवती की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है और उसे ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।
दूसरा मामला लोहरदगा जिले से संबंधित है। 61 वर्षीय एक व्यक्ति, जो हाल ही में महाराष्ट्र से लौटे थे, में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने लक्षण महसूस होने पर निजी लैब में परीक्षण कराया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फिलहाल उन्होंने खुद को होम क्वॉरेंटाइन कर लिया है और उनकी स्थिति सामान्य है।
तीसरा मरीज, राज्य में इस सीजन का पहला संक्रमित पाया गया व्यक्ति है, जिसका इलाज अब भी रांची के सैंतेविटा अस्पताल में चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार उसकी हालत में सुधार है और जल्द ही उसे अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है।
संक्रमण का स्रोत और ट्रैवल हिस्ट्री खंगालने में जुटा स्वास्थ्य महकमा
तीनों मामलों की जांच में स्वास्थ्य विभाग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्या इन तीनों संक्रमितों के बीच कोई आपसी संबंध या संपर्क रहा है। विशेष रूप से रांची की महिला और लोहरदगा के बुजुर्ग व्यक्ति के यात्रा इतिहास और संपर्कों की समीक्षा की जा रही है।
राज्य के स्वास्थ्य सचिव ने बताया, "हालांकि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन यह संकेत जरूर है कि हमें सतर्क हो जाना चाहिए। सभी जिला प्रशासन और अस्पतालों को सतर्कता बढ़ाने और संदिग्ध मामलों की तुरंत रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।"
राज्य में स्क्रीनिंग, टेस्टिंग और निगरानी बढ़ाई गई
इन नए मामलों के बाद स्वास्थ्य विभाग ने रांची, लोहरदगा और आसपास के जिलों में कोरोना टेस्टिंग और निगरानी बढ़ा दी है। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टैंड जैसे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर रैंडम सैंपलिंग की योजना बनाई गई है।
इसके अलावा राज्य के सभी प्रमुख सरकारी और निजी अस्पतालों को कोविड संदिग्ध लक्षणों वाले मरीजों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को तुरंत देने का निर्देश जारी किया गया है।
क्या फिर लौटेगा कोविड? विशेषज्ञ क्या कहते हैं
विशेषज्ञों का मानना है कि यह वायरस अब एंडेमिक फेज में प्रवेश कर चुका है यानी यह पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, बल्कि समय-समय पर सीमित क्षेत्रों में फैल सकता है। नए मामलों की संख्या अभी नियंत्रण में है, लेकिन इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है।
रांची के सीनियर वायरोलॉजिस्ट डॉ. अरविंद मिश्रा के अनुसार, "हमें सतर्क रहना होगा, लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है। नियमित हाथ धोना, मास्क पहनना (विशेषकर अस्पतालों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर), और किसी भी लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना अब भी जरूरी है।"
देशभर में 1200 से अधिक नए केस, झारखंड की स्थिति पर नजर
जहां एक ओर झारखंड में तीन नए मामलों से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है, वहीं देशभर से भी कोरोना के 1200 से अधिक नए केस रिपोर्ट हुए हैं। यह संख्या भले ही कुल जनसंख्या के लिहाज से कम हो, लेकिन यह संकेत जरूर है कि वायरस पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों को टेस्टिंग, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और वैक्सीनेशन पर पुनः ध्यान केंद्रित करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
सतर्कता ही सुरक्षा, कोविड गाइडलाइंस को न करें नजरअंदाज
झारखंड में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले सामने आना इस बात का इशारा है कि वायरस पूरी तरह गया नहीं है। संक्रमण की संख्या अभी भले कम हो, लेकिन यदि सतर्कता नहीं बरती गई, तो स्थिति बिगड़ सकती है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे हल्के लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें, मास्क का उपयोग जारी रखें और समय-समय पर हाथ धोते रहें।
रिपोर्ट: विशेष संवाददाता
PSA Live News | Ranchi Dastak

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