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धनबाद में अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़: झोपड़ी से हथियारों का जखीरा बरामद, 5 गिरफ्तार

 संयुक्त कार्रवाई में धनबाद पुलिस और बंगाल एटीएस की बड़ी सफलता, मुंगेर कनेक्शन का भी खुलासा


धनबाद, 29 मई
— झारखंड के धनबाद जिले में बुधवार की रात एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया, जब धनबाद पुलिस और पश्चिम बंगाल एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की संयुक्त टीम ने महुदा थाना क्षेत्र के सिंगड़ा बस्ती में अवैध हथियार निर्माण इकाई का पर्दाफाश किया। यह मिनी गन फैक्ट्री एक झोपड़ी में चल रही थी और यहां से बड़ी संख्या में तैयार व अधबने हथियार, गोलियां और अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं। इस सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मुख्य संचालक मुर्शीद अंसारी भी शामिल है।

खुफिया इनपुट के बाद रातभर चली छापेमारी

इस गन फैक्ट्री की जानकारी सबसे पहले बंगाल एटीएस को मिली थी। पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार कुछ अपराधियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि झारखंड के धनबाद जिले के सिंगड़ा बस्ती में अवैध हथियारों का निर्माण बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद बंगाल एटीएस ने धनबाद पुलिस को जानकारी दी और फिर एक संयुक्त टीम का गठन कर बुधवार देर रात इलाके में दबिश दी गई।

टीम ने सिंगड़ा बस्ती में स्थानीय निवासी मुर्शीद अंसारी के घर को चारों तरफ से घेर लिया और सघन तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी के दौरान घर से पीछे एक गली पार कर एक झोपड़ी में पुलिस को मिनी गन फैक्ट्री मिली, जहां हथियारों का निर्माण हो रहा था। टीम ने मौके पर ही पांच लोगों को हिरासत में ले लिया।

पुलिस भी रह गई दंग: एक घंटे में चार पिस्तौल बना डाली

पुलिस के अनुसार, जब आरोपियों को मौके पर पिस्तौल बनाने की प्रक्रिया दिखाने को कहा गया, तो उन्होंने महज एक घंटे के भीतर चार पिस्तौल बनाकर पेश कर दी। इससे स्पष्ट हो गया कि यहां योजनाबद्ध तरीके से हथियार निर्माण का प्रशिक्षण और उत्पादन किया जा रहा था। बरामद सामानों में डेढ़ दर्जन तैयार पिस्तौल, करीब 70–80 अधबने हथियार, बड़ी संख्या में कारतूस और हथियार निर्माण में प्रयुक्त औजार, स्टील पाइप, ट्रिगर, चैम्बर, हथौड़ी, ड्रिल मशीन आदि शामिल हैं।

मुंगेर कनेक्शन से हथियार नेटवर्क की आशंका

प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि इस फैक्ट्री में हथियार निर्माण के लिए बिहार के कुख्यात मुंगेर से कारीगरों को बुलाया गया था। मुंगेर लंबे समय से अवैध हथियार निर्माण के लिए कुख्यात रहा है। आशंका जताई जा रही है कि इन हथियारों की सप्लाई झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा सहित अन्य राज्यों में सक्रिय अपराधियों और नक्सली गुटों तक की जा रही थी।

अभियान में कई थाना क्षेत्र की पुलिस शामिल, भारी मात्रा में जब्ती

इस छापेमारी अभियान में महुदा थाना के अलावा कतरास, बाघमारा और अन्य आसपास के थानों की पुलिस भी शामिल रही। पूरे अभियान का नेतृत्व बाघमारा के एसडीपीओ पुरुषोत्तम सिंह ने किया। जब्त सामानों को पुलिस ने बोरियों में भरकर थाने लाया और वहां उसकी सूची तैयार कर कानूनी कार्रवाई शुरू की।

धनबाद एसएसपी की ओर से इसे अंतरराज्यीय अपराध सिंडिकेट के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी बताया गया है। उन्होंने संकेत दिया है कि इस नेटवर्क में कई और लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश के लिए आगे भी छापेमारी की जाएगी।

गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी, कई बड़े खुलासों की उम्मीद

गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस गहन पूछताछ कर रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि हथियारों की आपूर्ति किन-किन चैनलों के ज़रिए की जा रही थी, किन अपराध गुटों से इसका संबंध है, और क्या यह नेटवर्क केवल झारखंड और बंगाल तक सीमित है या राष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है।

 कानून व्यवस्था के लिए चेतावनी, सीमा पार नेटवर्क का संकेत

धनबाद में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा केवल एक स्थानीय अपराध गतिविधि नहीं, बल्कि यह पूरे पूर्वी भारत में फैले अवैध हथियार नेटवर्क की गंभीरता को उजागर करता है। झोपड़ी जैसी साधारण संरचना में महीनों से चल रहे इस कारखाने ने पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों के सामने गहरी चिंता पैदा कर दी है।

अब यह देखना अहम होगा कि जांच एजेंसियां इस नेटवर्क की जड़ तक कब और कैसे पहुंचती हैं। फिलहाल पुलिस का दावा है कि यह छापेमारी अवैध हथियार कारोबारियों के लिए एक बड़ा झटका है, और इससे जुड़े बाकी तारों की कड़ियाँ जल्द ही उजागर की जाएंगी।

धनबाद में अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़: झोपड़ी से हथियारों का जखीरा बरामद, 5 गिरफ्तार धनबाद में अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़: झोपड़ी से हथियारों का जखीरा बरामद, 5 गिरफ्तार Reviewed by PSA Live News on 1:36:00 pm Rating: 5

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