अस्पताल में पूर्व सहिया बनकर पहुंची सुल्ताना खातून, मां की सूझबूझ से बची अपहरण की वारदात
रांची, 21 मई । राजधानी रांची के सदर अस्पताल में नवजात शिशु की चोरी की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें लोअर बाजार थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 50 वर्षीय महिला सुल्ताना खातून को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी महिला कांटाटोली के कुरैशी मोहल्ला, सुल्तान लेन की रहने वाली है और पहले सहिया के रूप में कार्य कर चुकी है।
मिली जानकारी के अनुसार, सुल्ताना खातून अस्पताल के कार्यप्रणाली से भली-भांति परिचित थी, क्योंकि वह पहले स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी थी। हालांकि, उसे दो वर्ष पूर्व इस कार्य से हटा दिया गया था। पुलिस को संदेह है कि सुल्ताना शिशु को बेचने की नीयत से ले जा रही थी, जबकि पूछताछ में उसने दावा किया कि वह बच्चे को नर्स के कहने पर अल्ट्रासाउंड के लिए ले जा रही थी।
घटना की पीड़िता निरसी देवी, हेसलपीढ़ी (थाना बुढ़मू) की निवासी हैं, जिन्होंने 17 मई की सुबह 7:45 बजे सदर अस्पताल में एक बेटे को जन्म दिया था। उसी शाम लगभग सात बजे, एक महिला उनके पास पहुंची और कहा कि उनके पति अस्पताल के बाहर नशे में गिरे पड़े हैं। महिला की बातों में आकर निरसी देवी अपने नवजात को लेकर उसके साथ एक ऑटो में बैठ गईं। कुछ दूरी पर पहुंचते ही आरोपी ने बच्चा छीनने की कोशिश की और बदले में 10 हजार रुपये देने की पेशकश की।
जब निरसी देवी ने पैसा लेने से इनकार किया तो आरोपी ने झगड़ा शुरू कर दिया और मौके से फरार हो गई। किसी तरह निरसी देवी अपने बच्चे को सुरक्षित लेकर वापस अस्पताल पहुंचीं और परिजनों व कर्मियों को घटना की जानकारी दी। हालांकि उस समय पुलिस को सूचना नहीं दी गई।
19 मई को सुल्ताना फिर से अस्पताल परिसर में देखी गई, जिसके बाद सतर्क परिजनों और अस्पतालकर्मियों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। लोअर बाजार थाना की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया और मंगलवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
फिलहाल पुलिस संपूर्ण घटनाक्रम की जांच कर रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आरोपी महिला किसी गिरोह से जुड़ी थी या उसने यह हरकत अकेले की।

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