विस्तृत समाचार रिपोर्ट:
कुआलालंपुर/लंगकावी, 21 मई। हिंदुस्तान और मलेशिया के बीच रणनीतिक और रक्षा साझेदारी को और मजबूत करने के उद्देश्य से #LIMA2025 (Langkawi International Maritime and Aerospace Exhibition 2025) के अवसर पर एक अहम द्विपक्षीय बैठक आयोजित हुई। इस दौरान हिंदुस्तान के रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ ने मलेशिया के रक्षा मंत्री याब दातो सेरी मोहम्मद खालिद बिन नॉर्डिन से मुलाकात की।
बैठक में दोनों देशों के बीच चल रहे रक्षा सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा के बदलते परिदृश्य और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति व स्थायित्व सुनिश्चित करने हेतु साझा प्रयासों पर चर्चा की गई। श्री सेठ ने हिंदुस्तान की "आतंकवाद के प्रति शून्य-सहिष्णुता" की नीति को स्पष्ट रूप से दोहराया और मलेशिया से आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में समर्थन की अपेक्षा जताई।
मलेशिया ने हिंदुस्तान के साथ सभी द्विपक्षीय मुद्दों को बातचीत और शांतिपूर्ण माध्यमों से हल करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि की, जो द्विपक्षीय विश्वास और सहयोग का मजबूत संकेत है।
इस उच्चस्तरीय संवाद के अलावा, #LIMA2025 में भारतीय नौसेना के स्वदेशी युद्धपोत INS कवरत्ती पर भी एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। मलेशिया के उप रक्षा मंत्री वाईबी अदली बिन ज़हारी ने जहाज का दौरा किया और स्वदेशी तकनीक, आत्मनिर्भरता और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में हिंदुस्तान के रक्षा उत्पादन क्षेत्र में हो रही प्रगति की सराहना की।
INS कवरत्ती, जो हिंदुस्तान की रक्षा निर्माण क्षमताओं का एक सशक्त प्रतीक है, ने मलेशियाई प्रतिनिधिमंडल को 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' अभियानों के तहत प्राप्त रक्षा नवाचारों से अवगत कराया। इस दौरान दोनों देशों के रक्षा उद्योगों के बीच संयुक्त अनुसंधान, उत्पादन और तकनीकी सहयोग की संभावनाओं पर भी सकारात्मक चर्चा हुई।
यह द्विपक्षीय सहभागिता न केवल हिंदुस्तान-मलेशिया रक्षा साझेदारी को मजबूत करती है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक शांति के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती है।
LIMA2025 के मंच से एक बार फिर यह स्पष्ट हो गया कि हिंदुस्तान अपनी रणनीतिक साझेदारियों को केवल सैन्य दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि वैश्विक सुरक्षा, तकनीकी सहयोग और आत्मनिर्भरता के समन्वय के साथ आगे बढ़ा रहा है।

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