25वें स्थापना दिवस पर इंडियन पुलिस सर्विस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन (IPSOWA) का भव्य आयोजन, 16 से 18 अक्टूबर तक चलेगा तीन दिवसीय उत्सव
रांची : राजधानी रांची में इस वर्ष दिवाली पर्व की रौनक कुछ खास होने वाली है। इंडियन पुलिस सर्विस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन (IPSOWA) अपने 25वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में भव्य "दिवाली मेला–2025" का आयोजन करने जा रहा है। यह तीन दिवसीय मेला 16 से 18 अक्टूबर तक चलेगा और झारखंड की संस्कृति, परंपरा, कला, संगीत और उत्सव का एक विराट संगम प्रस्तुत करेगा।
मुख्यमंत्री होंगे मुख्य अतिथि, कल्पना सोरेन विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित
इप्सोवा की अध्यक्षा एवं पुलिस महानिदेशक श्री अनुराग गुप्ता की धर्मपत्नी श्रीमती शिखा गुप्ता ने आयोजन की तैयारियों की रूपरेखा साझा करते हुए बताया कि इस वर्ष का मेला संस्था की पंचविंशतिपूर्ति (Silver Jubilee) का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन को मेले के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है, जबकि गांडेय की विधायक एवं मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कल्पना सोरेन को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
श्रीमती गुप्ता ने बताया कि इप्सोवा परिवार के सहयोग से यह मेला महिलाओं के आत्मनिर्भरता, सामाजिक एकजुटता और सांस्कृतिक विरासत के प्रदर्शन का मंच बनेगा।
सजावट, परिधान और हस्तशिल्प – घरेलू रचनात्मकता का उत्सव
दिवाली मेले की थीम इस बार है – “रंगों से रिश्ते, रोशनी से रिश्ते”, जिसके तहत हर स्टॉल, हर झांकी में रचनात्मकता की झलक होगी।
यहां आगंतुकों को घर की सजावट के लिए हस्तनिर्मित बेडशीट, परदे, टेबलक्लॉथ, शोपीस और आकर्षक दीप-दीयों की श्रृंखला मिलेगी।
इसके अलावा पारंपरिक बांधनी, टसर, खादी और सिल्क परिधान, जरी और एम्ब्रॉयडरी के आधुनिक फैशन स्टॉल्स त्योहार की रौनक को और बढ़ाएंगे।
स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प उत्पाद विशेष आकर्षण का केंद्र होंगे — यह पहल इप्सोवा की “सशक्त नारी – आत्मनिर्भर परिवार” योजना से जुड़ी है, जो ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास कर रही है।
खानपान का स्वाद – झारखंड से लेकर दुनिया तक
खानपान के शौकीनों के लिए मेले में विविध फूड स्टॉल्स लगाए जाएंगे, जिनमें लिट्टी-चोखा, थेकुआ, ढोकला, पकोड़ी, चाट-पकवान से लेकर चाइनीज़, कॉन्टिनेंटल और दक्षिण भारतीय व्यंजन तक सब कुछ मिलेगा।
इप्सोवा सदस्यों द्वारा विशेष “होममेड स्वीट्स कॉर्नर” भी लगाया जाएगा, जहाँ पारंपरिक गुजिया, नारियल बर्फी, पेड़ा, लड्डू और अन्य दिवाली मिठाइयाँ उपलब्ध रहेंगी।
मनोरंजन और संस्कृति का संगम – दिनभर रोमांच, रातभर रंगारंग कार्यक्रम
प्रत्येक दिन मेले का वातावरण संगीत, नृत्य और मनोरंजन से गूंजता रहेगा।
कार्यक्रमों की रूपरेखा इस प्रकार रहेगी –
- लोकनृत्य व लोकगीत संध्या – झारखंड की लोकसंस्कृति को समर्पित प्रस्तुतियाँ
- रॉक बैंड प्रतियोगिता – राजधानी के युवाओं का उत्साहपूर्ण मंच
- सांस्कृतिक संध्या – पुलिस परिवार की महिलाओं और बच्चों की प्रस्तुतियाँ
- लकी ड्रॉ और पुरस्कार वितरण – रोजाना रोमांचक उपहारों के साथ
- एरो मॉडलिंग शो – रांची के युवा कलाकारों द्वारा प्रस्तुत अनोखा हवाई प्रदर्शन
- कठपुतली शो – पारंपरिक लोक कला की जीवंत झलक
- फेस पेंटिंग, टैटू आर्ट, मेहंदी जोन – हर आयु वर्ग के लिए आकर्षण
बच्चों के लिए गेम जोन और प्रतियोगिताएँ
छोटे बच्चों और स्कूल विद्यार्थियों के लिए मेले में गेम जोन, फन राइड्स, ड्रॉइंग और हैंडीक्राफ्ट प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
इनका उद्देश्य बच्चों में रचनात्मकता और टीम भावना को बढ़ावा देना है।
प्रत्येक विजेता को इप्सोवा की ओर से प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए जाएंगे।
इप्सोवा का सामाजिक संदेश – रोशनी सिर्फ घरों में नहीं, दिलों में भी
इप्सोवा अध्यक्ष श्रीमती शिखा गुप्ता ने कहा—
“यह दिवाली मेला केवल उत्सव नहीं, बल्कि समाज में रोशनी और सकारात्मकता फैलाने का एक प्रयास है। हम चाहते हैं कि यह मेला झारखंड की महिला शक्ति, रचनात्मकता और सामाजिक एकता का प्रतीक बने।”
मेले में ‘सुरक्षित समाज–सशक्त महिला’ थीम पर आधारित एक फोटो प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें पुलिस परिवार की महिलाओं द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की झलक पेश की जाएगी।
रांचीवासियों में उत्सुकता – IPSOWA का मेला बना परंपरा
पिछले दो दशकों में इप्सोवा दिवाली मेला रांची की सांस्कृतिक पहचान बन चुका है। हर साल हजारों लोग इस मेले में शामिल होते हैं, जो अब राजधानी के “त्योहारी कैलेंडर” का अभिन्न हिस्सा बन गया है।
इस बार 25वें वर्ष के अवसर पर आयोजक मंडल ने वादा किया है कि “हर रांचीवासी इस मेले में खुद को परिवार का हिस्सा महसूस करेगा।”
सुरक्षा, स्वच्छता और पर्यावरण पर विशेष ध्यान
मेला परिसर में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जाएगी। महिला और बाल सुरक्षा के लिए स्पेशल हेल्प डेस्क, फर्स्ट एड जोन और क्लीन ग्रीन कैंपेन बूथ भी स्थापित किए जाएंगे।
इप्सोवा की पहल पर इस बार “नो प्लास्टिक ज़ोन” नीति लागू की जा रही है, ताकि मेला पर्यावरण के अनुकूल और स्वच्छ बने।
समापन दिवस पर भव्य आतिशबाज़ी और दीप प्रज्वलन समारोह
18 अक्टूबर को मेले का समापन भव्य दीप प्रज्वलन एवं आतिशबाज़ी समारोह से होगा। इस अवसर पर पुलिस अधिकारियों, उनके परिवारजनों और शहर के गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में “एक दीप सेवा के नाम” कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा, जिसके तहत जरूरतमंद परिवारों को दीपक और खाद्य सामग्री वितरित की जाएगी।

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