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शरद्-पूर्णिमा पर्व पर दिव्यदेशम् श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर मंदिर में सम्पन्न हुआ भव्य अनुष्ठान

प्रातः ब्रह्ममुहूर्त से रात्रि शयन आरती तक चला पूजा-पाठ, हरि नाम संकीर्तन और खीर महाप्रसाद का वितरण


राँची।
 दिव्यदेशम् श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर (तिरुपति बालाजी) मंदिर परिसर में सोमवार को शरद्-पूर्णिमा पर्व अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और विधि-विधानपूर्वक मनाया गया। दिनभर चले धार्मिक अनुष्ठानों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी और मंदिर प्रांगण में भक्ति-संगीत, मंत्रोच्चार और दीपमालिकाओं से दिव्यता का अद्भुत वातावरण बना रहा।

प्रातः ब्रह्ममुहूर्त में मंदिर पुजारियों द्वारा श्रीदेवी-भूमिदेवी के मध्यस्थ भगवान् श्री हरि श्रीनिवास का तिरूमंजन महाभिषेक विधिवत आरंभ हुआ। इस अनुष्ठान में दूध, दधि, शहद, गंगाजल, केसरयुक्त जल और डाभयुक्त जल से भगवान का पवित्र स्नान कराया गया। तत्पश्चात सहस्त्रधारा, शंखधारा, चक्रधारा और कलशधारा से अभिषेक सम्पन्न हुआ, जिसके साथ तैत्तिरीयोपनिषद्, सूक्तादि और नारायणुवाक के मंत्रों की मंगल ध्वनि गूँजती रही।

महाभिषेक के उपरांत भगवान, भगवती एवं चक्रराज सुदर्शन समेत सभी प्रतिष्ठित विग्रहों का हरिद्राचूर्ण और दक्षिण भारत से मंगवाए गए सुगंधित चंदन से अनुलेपन किया गया। इसके बाद आरती, वस्त्राभूषण श्रृंगार और नक्षत्र, कुंभ एवं कर्पूर-बाती से महाआरती सम्पन्न हुई। नैवेद्य भोग अर्पित कर वेदोपनिषदों की ऋचाओं और स्तोत्रों से देव स्तुति की गई।

सांध्य बेला में मंदिर प्रांगण हरिनाम संकीर्तन और भजन की रसधारा से गूँज उठा। रात्रि 8 बजे से सामूहिक विष्णु सहस्रनाम पाठ का आयोजन हुआ जिसमें अनेक श्रद्धालु परिवारों ने भाग लिया। इसके उपरांत रात्रि तिरूवाराधन, महाआरती, नैवेद्य भोग, स्तुति और शयन आरती की गई।

अंत में शरद्-पूर्णिमा की पावन परंपरा के अनुसार दूध, केसर, कागजी बादाम, काजू, नारियल गरी, शर्करा और इलायची से बनी सुगंधित खीर महाप्रसाद को गरुड़-ध्वज (परम स्थान) बलिपीठम् के समीप पूर्णिमा की अमृतमयी चाँदनी में रखा गया, ताकि चंद्रकिरणों की अमृतवृष्टि उस पर पड़े और उसे भक्तगण अगले दिन प्रसादस्वरूप ग्रहण कर सकें।

इस वर्ष महाभिषेक के यजमान श्री आनंद प्रकाश अग्रवाल एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती राधिका अग्रवाल (राँची निवासी) रहे, जिन्होंने पूरे श्रद्धाभाव से पूजा-अर्चना कर परिवार व समाज की सुख-समृद्धि की कामना की।

पूरे आयोजन में मंदिर संचालन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष श्री राम अवतार नरसरिया विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि “शरद्-पूर्णिमा का यह पर्व भक्ति, आरोग्य और समृद्धि का प्रतीक है। भगवान श्रीनिवास की कृपा से राँची में दक्षिण भारत की परंपराओं का यह अनुपम संगम श्रद्धालुओं के लिए दिव्य अनुभव बन गया है।”

मंदिर परिसर को आकर्षक पुष्पसज्जा, दीपों और रंगोलियों से सजाया गया था। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूरे दिन दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
शरद्-पूर्णिमा की यह दिव्य रात्रि भक्तों के लिए भक्ति, सौंदर्य और आध्यात्मिक आनंद से परिपूर्ण रही।

शरद्-पूर्णिमा पर्व पर दिव्यदेशम् श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर मंदिर में सम्पन्न हुआ भव्य अनुष्ठान शरद्-पूर्णिमा पर्व पर दिव्यदेशम् श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर मंदिर में सम्पन्न हुआ भव्य अनुष्ठान Reviewed by PSA Live News on 7:11:00 pm Rating: 5

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