रांची। झारखंड सरकार के द्वारा राज्य में पेसा कानून को लागू करने के निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता संजय जायसवाल ने कहा कि राज्य में पेसा कानून को लागू किये जाने का सबसे पहला श्रेय अगर किसी को दिया जाना चाहिए तो वह है झारखंड़ के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास।उन्होंने इस कानून को ज़मीन पर उतारने के लिए स्पष्ट दृष्टि, साहस और संकल्प के साथ खड़े रहे।
उन्होंने कहा कि जब झारखंड के अधिकांश नेता इस कानून को लेकर असमंजस में थे, तब रघुवर दास जी ने राज्य के कोने-कोने में चौपाल लगाकर आदिवासी समाज के बीच जाकर पेसा कानून लागू करने की खुलकर वकालत की थी। मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने 2018 में ही लागू करने की दिशा में ठोस पहल की थी। उनके निर्देश पर ही पेसा का प्रारूप तैयार किया गया था, लेकिन कुछ आदिवासी संगठनों द्वारा मामला उच्च न्यायालय में ले जाने के कारण प्रक्रिया बाधित हुई। इसके बाद सरकार बदली और दुर्भाग्यवश हेमंत सरकार ने इस महत्वपूर्ण विषय को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
उन्होंने कहा आज जब हाई कोर्ट के द्वारा हेमंत सरकार इस कानून को लागू करने में हो रही देरी पर फटकार लगी तब जाकर सरकार की नींद टूटी।
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