मेडिकल यूनिवर्सिटी के शीघ्र संचालन हेतु सभी प्रक्रियाएं तय समयसीमा में पूरी करने का निर्देश
रांची। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में झारखंड स्वास्थ्य विज्ञान विश्वद्यालय अधिनियम, 2023 के अंतर्गत राज्य में स्थापित होने वाली झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंसेज को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार तथा स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य की पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना से संबंधित अब तक की गई तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की और इसके शीघ्र संचालन के लिए सभी आवश्यक प्रशासनिक, शैक्षणिक एवं तकनीकी प्रक्रियाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का स्पष्ट निर्देश दिया।
झारखंड की चिकित्सा शिक्षा के लिए ऐतिहासिक पहल
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि यह यूनिवर्सिटी झारखंड की चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और मेडिकल रिसर्च को सुदृढ़ एवं आधुनिक बनाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि रांची जिले के बॉम्बे क्षेत्र में स्थापित होने वाली यह मेडिकल यूनिवर्सिटी राज्य के मेडिकल कॉलेजों, नर्सिंग संस्थानों, पैरामेडिकल और अन्य स्वास्थ्य शिक्षा संस्थानों को एक मजबूत अकादमिक ढांचे से जोड़ने का कार्य करेगी।
नियमावली और फैकल्टी नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी की नियमावली (स्टैच्यूट्स एवं रेगुलेशंस) का गठन तथा फैकल्टी मेंबर्स की नियुक्ति प्रक्रिया अविलंब प्रारंभ की जाए, ताकि यूनिवर्सिटी का संचालन जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी प्रक्रियाएं नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) की गाइडलाइंस के अनुरूप पूरी की जाएं, जिससे किसी भी स्तर पर गुणवत्ता और मानकों से समझौता न हो।
मेडिकल रिसर्च और मानव संसाधन विकास पर विशेष जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हेल्थ यूनिवर्सिटी को केवल एक प्रशासनिक संस्थान के रूप में नहीं, बल्कि मेडिकल रिसर्च, मानव संसाधन विकास और उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस यूनिवर्सिटी के माध्यम से राज्य में प्रशिक्षित डॉक्टरों, नर्सों, तकनीशियनों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा सकेंगी।
स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगा नया आयाम
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यूनिवर्सिटी की संरचना इस प्रकार विकसित की जाए कि यह आधुनिक चिकित्सा तकनीक, शोध और नवाचार को बढ़ावा दे सके। इससे न केवल झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि राज्य को चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहचान भी मिलेगी।
बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अब तक की गई प्रगति से अवगत कराया और आगामी कार्ययोजना पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
Reviewed by PSA Live News
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3:52:00 pm
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