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~ आज का पंचांग ~

⛅ दिनांक 06 जुलाई 2019
⛅ दिन - शनिवार
⛅ विक्रम संवत - 2076
⛅ शक संवत -1941
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - आषाढ़
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ तिथि - चतुर्थी दोपहर 01:10 तक तत्पश्चात पंचमी
⛅ नक्षत्र - मघा रात्रि 10:11 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
⛅ योग - सिद्धि रात्रि 09:52 तक तत्पश्चात व्यतिपात
⛅ राहुकाल - सुबह 09:11 से सुबह 10:51 तक
⛅ सूर्योदय - 05:02
⛅ सूर्यास्त - 18:23
⛅ दिशाशूल - पूर्व दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण - विनायक चतुर्थी
💥 विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 ब्रह्म पुराण' के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- 'मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।' (ब्रह्म पुराण')
💥 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय।' का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण')
💥 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)
             
🌷 स्वास्थ व समृद्धि प्रदायक तुलसी 🌷
🌿 एक और ख़ास बात, तुलसी बोओ (लगाएँ ) | तुलसी के पौधे से जो ऑक्सीजन निकलती है वह बहुत सात्त्विक होती है, और भी बहुत सारे फायदे हैं | आयुर्वेदिक ढंग से तो गजब के फायदे हैं लेकिन हवामान की शुद्धि करने में भी फायदेमंद है तुलसी | सुबह तुलसी के ५-७ पत्तों का सेवन स्मृति और रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ाता है |
🌿 तुलसी के पौधे घर में लगे हों तो हानिकारक कीताणु नहीं आते |

🌷 व्यतिपात योग 🌷
🙏🏻 व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।
🙏🏻 वाराह पुराण में ये बात आती है व्यतिपात योग की।
🙏🏻 व्यतिपात योग माने क्या कि देवताओं के गुरु बृहस्पति की धर्मपत्नी तारा पर चन्द्र देव की गलत नजर थी जिसके कारण सूर्य देव अप्रसन्न हुए  नाराज हुए , उन्होनें चन्द्रदेव को समझाया पर चन्द्रदेव ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो सूर्य देव को दुःख हुआ कि मैने इनको सही बात बताई फिर भी ध्यान नहीं  दिया और सूर्यदेव को अपने गुरुदेव की याद आई कि कैसा गुरुदेव के लिये आदर प्रेम श्रद्धा होना चाहिये पर इसको इतना नहीं थोडा भूल रहा है ये, सूर्यदेव को गुरुदेव की याद आई और आँखों से आँसू बहे वो समय व्यतिपात योग कहलाता है। और उस समय किया हुआ जप, सुमिरन, पाठ, प्रायाणाम, गुरुदर्शन की खूब महिमा बताई है वाराह पुराण में।
💥 विशेष ~ व्यतिपात योग - 06 जुलाई 2019 शनिवार को रात्रि 10:12 से 07 जुलाई, रविवार को शाम 06:33 तक  व्यतिपात योग है।
~ आज का पंचांग ~ ~ आज का पंचांग ~ Reviewed by PSA Live News on 10:33:00 am Rating: 5

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