बलिदान दिवस के रूप में राजकीय समारोह के साथ मनी ललित बाबू की पुण्यतिथि, मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मंत्री
संवाददाता - सोनू कुमार भगत।
छातापुर/सुपौल। भारत सरकार के पूर्व रेल मंत्री स्व. ललित नारायण मिश्र की 48 वीं पुण्यतिथि 3 जनवरी सोमवार को उनके पैतृक गांव बलुआ बाजार स्थित समाधि प्रांगण में राजकीय सम्मान के साथ मनाया गया। जिसमें सरकार के प्रतिनिधि के रुप में बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित हुए। जबकि उक्त मुख्य अतिथि के रूप में आने वाले सुपौल जिला के प्रभारी मंत्री संजय झा किसी कारण वश समारोह में उपस्थित नही हो सके। जिसके कारण उन्होंने अपनी बातों फोन के माध्यम से ही लोगों के बीच रखा। कार्यक्रम का विधिवत शुरुआत आचार्य पंडित धर्मेंद्र नाथ मिश्र के वैदिक मन्त्रोच्चारण के साथ ललित बाबू के छाया चित्र पर संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू, डीएम महेंद्र कुमार, एसपी डी अमरकेश आदि ने द्वीप प्रज्वलित कर किया । जिसके बाद मुख्य अतिथि समेत मंचासीन अन्य वक्ताओं ने अपनी बात रखी। यहां बता दें कि बलिदान दिवस के रूप में मनाई जाने वाली स्व. ललित बाबू की पुण्यतिथि का आगाज सर्वधर्म की स्तुति प्रार्थना से हुई। जिसके बाद मंत्री समेत अन्य अतिथियों ने ललित नारायण शिव मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद पुलिस के जवानों ने शोक सलामी के तहत गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी। इसके साथ ही मंत्री समेत अन्य पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि ने ललित बाबू के आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मंत्री श्री बबलू, डीएम महेंद्र कुमार ,एसपी ,सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। इसके अलावे बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित गणमान्य लोग वहां पहुच इस कार्यक्रम के साक्षी बने। जिला प्रभारी मंत्री सह जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि ललित बाबू सदैव अपने अच्छे कार्यों के लिए जाने जाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि रेलवे का सपना साकार करने तथा बिहार को विकसित करने में ललित बाबू की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि ललित बाबू के हत्या के 47 साल बीत जाने के बाद भी लोग ललित नारायण मिश्र को आज भी कोशी पुत्र तथा विकाश पुत्र के नाम जानते है। कहा कोशी मिथिलांचल में कोई भी आएं ललित बाबू की याद सभी को सबसे पहले आती है। उन्होंने कहा कि ललित नारायण मिश्र की हत्या मामलें के 47 साल बीतने के बाद भी ललित बाबू वाली घटना की पूरी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नही हुआ है। उन्होंने घटना मामलें की जांच रिपोर्ट सामने करवाने की मांग किया । उन्होंने कहा कि ललित बाबू बड़ी हस्ती थी। लेकिन उनके साथ हुई घटना की खुलासा अब तक नही हो सका है। उन्होंने कहा कि ललित बाबू के हत्या मामलें के 47 साल बीत जाने के बाद भी मिथिलांचल में सबसे पहले ललित बाबू की नाम ली जाती है। सामारोह के दौरान वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री बबलू ने कहा कि ललित बाबू के बताए मार्ग और उसके सपने को साकार करने के लिए तमाम कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि मैं रहूं या ना रहूं बिहार आगे बढ़ कर रहेगा। उनकी ये सोच आज मूर्त रूप में लोगों को देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि ललित बाबू का जो काम व कृति था वो सभी जानते है। उन्होंने बताया कि ललित बाबू के बारे में कुछ कहना सूर्य को दिया दिखाने के बराबर है। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री के कार्यकाल में ललित बाबू को जो कि दायित्व मिला। उक्त कार्य को उन्होंने पूर्ण दायित्व के साथ किया। उन्होंने बिहार के लिए जो कार्य किया वो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि हत्या से पूर्व में ललित बाबू को कुछ आभास हुआ था कि उनके साथ कभी भी कुछ अनहोनी हो सकती है। जिसके तहत ही उन्होंने मैं रहूं न रहूं बिहार बढ़ कर रहेगा ये युक्ति कही थी। उन्होंने जल संसाधन मंत्री संजय झा की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि भारत सरकार के मंत्री को बम से उड़ा दिया वो भी उस समय जिस समय वे अपने ही सरकार में मंत्री थे। लेकिन दुर्भाग्य है कि उस सरकार में भी ललित बाबू जैसे महान शख्शियत के हत्या मामलें का सही से जांच नही हो सका है। ये काफी दुर्गाय है। उन्होंने कहा कि ललित बाबू की अंतिम इच्छा थी कि मैं रहूं न रहूं बिहार बढ़कर रहेगा। जिसको पूरा करने का कार्य केंद्र की मोदी सरकार तीव्र गति से करने में जुटे है। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए बिजली समेत बिभिन्न तरह की सुविधा लाभ से किसानों को लाभान्वित करने का कार्य मोदी सरकार ने की है। बताया कि नए साल 2022 में 20 हजार करोड़ की राशि किसानों को प्रदान करने का कार्य मोदी सरकार ने की है। उन्होंने कहा कि ललित बाबू की सभी अधूरे सपने को पूरा करने में हमारी सरकारी कृतसंकल्पित होकर जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कहर से देश को बचाने को लेकर मोदी सरकार ततपरता से कार्य किया है। कोरोना वैक्सीन को मुफ्त में सभी के लिए उपलब्ध करवाने का कार्य भी सरकार द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार आत्म निर्भर भारत तथा बिहार सरकार आत्म निभर बिहार योजना शुरू की है। जिसके तहत युवाओं को रोजगार मुहैया हो सके। उन्होंने कहा कि ललित बाबू के पुण्य तिथि पर क्षेत्र के बेरोजगार पीएम के आत्म निर्भर भारत तथा सीएम के आत्म निर्भर बिहार योजना के लाभ से लाभान्वित होने का कार्य करे। कोशी क्षेत्र व मिथिलांचल के युवाओं को अगर इस योजना से लाभान्वित किया जाएगा तो ये भी ललित बाबू के पुण्य तिथि पर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि मानी जायेगी। डीएम महेंद्र कुमार ने कहा कि ललित बाबू के कार्य से मिथिलांचल वासी काफी खुश है। उनके कार्यों के बदौलत उन्हें विकाश और कोशी पुत्र मान रहे है। ललित बाबू ने रेलवे के क्षेत्र में जो कार्य किया वो यहां के लोग नही भूल सकते है। आज अगर ललित बाबू होते तो कोशी की स्थिति और बेहतर होती। उनकी कमी आज भी लोगो को खल रही है। उन्होंने कहा कि ललित बाबू की आखरी शब्द हम रहे ना रहे बिहार बढ़ कर रहेगा के तहत सभी को संकल्पित होकर उनके अधूरे सपने को पूरा करने के लिये आगे आने की जरूरत है। डी झा की अध्यक्षता और प्रभात मिश्र की संचालन में आयोजित समारोह को पूर्व विधायक उदय प्रकाश गोइत, प्रमोद सिंह समेत कई वक्ताओं ने भी सबोधित किया। समारोह का धन्यवाद ज्ञापन त्रिवेणीगंज एसडीएम शेख जेड हसन ने की।
मौके पर डीएसपी गणपति ठाकुर, बीडीओ रितेश कुमार सिंह, सीओ उपेन्द्र कुमार, पीओ कौशल राय , संजय कुमार मिश्रा, सुमित मिश्रा, सीता नंद झा, संजीव मिश्रा, शालिग्राम पांडेय, बैध नाथ भगत, केशव कुमार साह गुड्डू, राघवेंद्र झा राघव, गोपाल आचार्य, बिमल झा, संजय कुमार भगत, अजय सरदार, राम टहल भगत, सूरज चन्द्र प्रकाश, गौरी शंकर भगत, ललन भगत, राजा भगत, सिद्यार्थ सिद्धु, समजहरुल हक खा, उदय गोइत, शुशील मण्डल, गणेश झा, सुशील प्रसाद कर्ण, आदि समेत बड़ी संख्या में स्थानीय जन मौजूद थे। जबकि विधि व्यवस्था को लेकर छातापुर, बलुआ समेत अन्य स्थानों के पुलिस बल विधि व्यवस्था को लेकर मुस्तेद थे।
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