एनएमसीजी और राज्य सरकार के नगर विकास विभाग के द्वारा मीट आयोजित, 36 से ज्यादा राष्ट्रीय स्तर की निर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा
रांची। नमामि गंगे परियोजना के तहत झारखंड के साहेबगंज और राजमहल में गंगा नदी के प्रदूषण स्तर को न्यूनतम स्तर तक ले जाने में कामयाब राज्य सरकार ने अब दामोदर नदी के प्रवाह को अविरल और प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत झारखंड में बहनेवाली दामोदर नदी को स्वच्छ करने का बीड़ा उठाया गया है। इसके लिए धनबाद ,रामगढ़ और फुसरो नगर निकाय के सभी नालों और अन्य जलस्रोतों के जल को एसटीपी से शुद्ध बनाकर ही दामोदर नदी में जाने दिया जाएगा। इन सभी नगर निकायों में सिवरेज ट्रिटमेंट प्लांट निर्माण की योजनाएं स्वीकृत कर दी गयी हैं। 16 मार्च 2023 को झारखंड सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग और केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित निविदादाता मीट में बोलते हुए राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक श्री अमित कुमार ने ये बात कहीं।
देश के करीब 36 से ज्यादा बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए श्री कुमार ने कहा कि झारखंड असीम संभावनाओं का प्रदेश है और झारखंड में काम करना अन्य प्रदेशों की तुलना में बहुत ही आसान है।
राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक श्री अमित कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन और नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव श्री विनय कुमार चौबे इस बात को लेकर बेहद संवेदनशील और संजीदा हैं कि हर नागरिक के घर तक नि:शुल्क शुद्ध पेयजल पहुंचे और नदियों में अविरल धारा प्रवाह बना रहे। उन्होंने यह भी कहा कि विभागीय सचिव के विजन को पूरा करने के लिए उनके मार्गदर्शन में हम कई नगर निकायों में नदियों की स्वच्छता और हर घर तक शुद्ध पेयजल को लेकर कई योजनाओं पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन तीन शहरों के एसटीपी निर्माण के साथ प्रदेश के सभी नगर निकायों में पेयजल और सेप्टेज की कई योजनाएं हैं जिससे आप जुड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए सरकार पैसे की कमी नहीं होने देगी। हम विश्व बैंक और एशियन डेवलपमेंट बैंक की भी मदद ले रहे हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के एक्जक्यूटिव डायरेक्टर(प्रोजेक्ट) श्री हिमांशु बदोनी ने भी निविदादाताओं से अपील की कि वे बड़ी संख्या में झारखंड की परियोजनाओं की निविदा में भाग लें। उन्होंने कहा कि झारखंड नमामि गंगे परियोजना के क्रियान्वयन में देश के बेहतर राज्यों में से एक है। यहां की सरकार और नगर विकास एवं आवास विभाग इन योजनाओं को लेकर बेहद संवेदनशील और तत्पर है, इसलिए यहां काम करने के लिए आपको बढ़ चढ़कर आगे आना चाहिए।
बैठक की महत्वपूर्ण बातें:-
हर घर टैब से निःशुल्क शुद्ध पेयजल पहुंचाना राज्य सरकार की प्राथमिकता।
झारखंड है असीम संभावनाओं वाला प्रदेश।
राज्य में महज 83 किमी गंगा का बहाव फिर भी भारत सरकार ने झारखंड को बनाया एनएमसीजी में मॉडल स्टेट।
धनबाद एसटीपी प्रोजेक्ट में निर्माण कंपनियों के साथ वहां के लोगों का सहयोग अपेक्षित। इस तरह का पहला पीपीपी प्रोजेक्ट।
राज्य सरकार को राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से सहयोग की काफी उम्मीदें।
झारखंड के धनबाद में काम करना सबसे आसान।
इन योजनाओं के लिए नहीं होगी पैसे की कमी।
49 यूएलबी में पेयजल व सेप्टेज की हैं कई परियोजनाएं।
झारखंड के संसाधनों से झारखंड का विकास करना ज्यादा आसान।
यहीं के कंस्ट्रक्शन मैटेरियल से कार्य होने के कारण लागत में कमी।
यहां मेहनतकश और कुशल श्रमिक की उपलब्धता।
धनबाद में 192 एमएलडी,रामगढ़ में 40 एमएलडी और फुसरो में 15 एमएलडी का बनेगा एसटीपी।
इस निविदादाता मीट में देश के 36 से ज्यादा निर्माण कंपनियों के उच्च अधिकारी शामिल हुए । वहीं एनएमसीजी के साथ बिहार अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी के महाप्रबंधक और पदाधिकारी मौजूद रहे। इस मीट में जिन महत्वपूर्ण निर्माण कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए उनमें कुछ इस प्रकार हैं। मैक्स इन्फ्रा प्राइवेट लि. हैदराबाद,तोसिबा वाटर सॉल्यूशन,इको प्रोटेक्शन,एल एंड टी,एनसीसी लि.,जेडब्लूआईएल इन्फ्रा लि,एमएआरजी लि, कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लि,एसइपीसी लि.,अदानी ग्रुप लि.,त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इन्डस्ट्रीज लि. के शामिल हैं।
बैठक में मुख्य रूप से भारत सरकार की ओर से एनएमसीजी के ईडी(प्रोजेक्ट) श्री हिमांशु बदोनी,राज्य सरकार के शहरी विकास अभिकरण के निदेशक श्री अमित कुमार, उप निदेशक श्री कृष्ण कुमार,सहायक निदेशक आशुतोष कुमार,जुडको के परियोजना निदेशक(टेक्निकल) श्री गोपाल जी,धनबाद के नगर आयुक्त श्री सत्येंद्र कुमार,जुडको के परियोजना निदेशक( एडमिन) श्री अरविन्द मिश्रा,परियोजना निदेशक(वित्त) श्री अमित चक्रवर्ती,डीजीएम श्री आलोक मंडल और डीजीएम श्री उत्कर्ष मिश्रा सहित सूडा की ओर से विभूति कुमार,अंजना भारती और अन्य मौजूद थे।

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