कृषि से सम्बंधित उत्पादन को खरीद बिक्री हेतु लोहरदगा में उचित व्यवस्था नहीं, इंडस्ट्रीज की स्थापना हेतु प्रोत्साहन की ज़रूरत:चैंबर
लोहरदगा । आज चैम्बर ऑफ कॉमर्स के संयुक्त तत्वाधान में व्यापारियों के साथ समस्याओं को लेकर एक परिचर्चा आयोजित की गयी। जिसकी अध्यक्षता करते हुए चैम्बर अध्यक्ष रितेश कुमार ने कहा कि देश का सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था का मुख्य स्रोत व्यापार है, जिसके माध्यम से सरकार को जो टैक्स व रेवेन्यु मिलती है उसी से देश का विकास का खाखा तैयार होता है। हम व्यापारियों के द्वारा दी गयी टैक्स से पूरा सरकार अपने सभी विकास कार्यों को सम्पन्न करती है अतः व्यापारियों के लिये पारदर्शी व पेंशन योजना लागू करना चाहिए ताकि जब व्यापारी काम करने की स्थिति में न हो तो उसे कुछ सहारा मिल सके। जबकि वरीय उपाध्यक्ष पंकज कुमार जायसवाल ने कि लोहरदगा ज़िला में जितना खनिज का भंडार है उससे ज्यादा महत्वपूर्ण कृषि उपज है। यहाँ पर कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना समय की आवश्यकता है। परन्तु सरकार कृषि से सम्बंधित जिस प्रकार के कानून लाने की कोशिश की है वह हम सभी व्यापारियों, किसानों व उपभोक्ताओं के लिये विनाशकारी साबित होगा। नयी नयी कृषि आधारित उधोगो का पलायन होने लगेगा जिससे बाजार में प्रतिस्पर्धा समाप्त हो जायेगी, किसानो को उचित बाज़ार नहीं मिलेगा। तथा जी एस टी का भी सरकार को नुकसान होगा। वहीं फेडेरेशन क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश कुमार महतो ने कहा कि रेलवे का विस्तार लोहरदगा ज़िला की चिर परिचित मांग रहा है राजधानी एक्सप्रेस को अविलम्ब लोहरदगा ज़िला में ठहराव होना चाहिए साथ ही साथ लोहरदगा देवघर, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ इत्यादि जानेवाली ट्रेनों का भी ठहराव की व्यवस्था रेलवे विभाग सुनिश्चित करे। तथा सभी जगहों का रेलवे टिकट का आरक्षण लोहरदगा ज़िला में रांची की तरह होना चाहिए। स्टेशन को आदर्श स्टेशन के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। चैम्बर उपाध्यक्ष द्वारा हिंडाल्को के कारगुजारियों पर सवाल उठाया गया एवं कहे कि हिंडाल्को को व्यापारियों की तरह व्यापार करना चाहिए नाकि राजनीतिकों की तरह। जब चाहा ट्रांसपोर्टिंग चालू कर दिया औऱ जैसे ही पेट भरा ट्रांसपोर्टिंग बंद। सामाजिक दायित्वों का निर्वाहन भी शून्य के बराबर है। हिंडाल्को प्रबंधन एक भी उदाहरण नही प्रस्तुत कर सकती जिससे कहा जाय कि लोहरदगा ज़िला का पहचान इनके विकास के कार्यों से है। सह सचिव अनीश मित्तल ने कहा कि नगर परिषद को अभिवावक की भूमिका में आना चाहिए तथा व्यापारियों के हित मे कुछ नियमो में शिथिलता को भी समझना चाहिए। ट्रेड लाइसेंस निर्गमन प्रक्रिया को आसान किया जाना चाहिए। शहर की साफ सफाई इनकी प्राथमिकता होनी चाहिए। वही कार्यकरिणी सदस्य चन्दन गोयल ने कहा कि मापतौल विभाग के पदाधिकारी अपने कार्यालय में शायद ही कभी मिले। जबकि व्यापारियों द्वारा अपने उपकरण के नवीनीकरण हेतु कार्यालय के अथक चक्कर काटते रहते हैं। बाद में नवीनीकरण में देर की दुहाई देते हुए अनाप शनाप पेनाल्टी लगा दिया जाता है। जबकि कार्यकरिणी सदस्य उत्तम शर्मा जी ने कहा कि शहर में आये दिन ट्रैफिक समस्या उतपन्न होते रहती है। अतः इससे निजात हेतु प्रशासन एवं सरकार को अविलम्ब ध्यान देना चाहिए। तथा सड़को में जाम कम करने हेतु मुख्य मुख्य पथों में फ्लाई ओवर का निर्माण किया जाना चाहिए। साथ ही साथ कार्यकरिणी सदस्य लोकेश प्रसाद ने कहा कि लोहरदगा ज़िला में मनोरंजन हेतु एक पार्क के अलावे कोई भी व्यवस्था नहीं है। दोनों सिनेमाघर घाटे के कारण बंद है। अतः सरकार को चाहिए कि अनुदान के माध्यम से सिनेमाघरों को विकसित कर इसे चालू करना चाहिए। तथा अन्य स्थान चिन्हित कर बड़े शहरों की तरह पार्क भी विकसित किया जाना चाहिए।
परिचर्चा में लोहरदगा चैंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यकरिणी सदस्य धर्मेंद्र कुमार, सुमित राय, पीयूष केशरी पुरुषोत्तम तिवारी, व्यापारी अमित कुमार अग्रवाल, आशीष मित्तल, मनीष कुमार गुड्डू, गुप्तेश्वर गुप्ता, अजय कुमार पंकज, नीरज अग्रवाल टूटू इत्यादि व्यापारी उपस्थित रहें।
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