धनबाद । झारखंड के धनबाद जिले के कतरास क्षेत्र के धर्माबांध के नीचे देवघरा बस्ती में ग्रामीण रात को भी जागकर पानी ढोने का काम करते हैं। ढाई हजार आबादी वाले गांव में लोग एक कुएं पर निर्भर हैं।
पीने का पानी के लिए बस्ती की महिलाएं,पुरुष, बच्चे तीन किलोमीटर दूर जंगल-झाड़ियों के बीच से रास्ता बनाते हुए ऊंची-नीची पगडंडियों को पार कर एक बहते हुए नाले के पास पहुंचते हैं।फिर यहां बने दो चुआं से बर्तन में एक-एक कर पीने का पानी निकालते हैं। और झारखंड की छवि ऐसी बनी है कि 300 Rs लीटर वाला फ्रांस का पानी बीरेंद्र राम जैसे लोग पीते हैं।
देवघरा बस्ती में ग्रामीण रात को भी जागकर आज भी ढोते हैं पानी
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9:15:00 am
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