लांगकावी में लहराया हिंदुस्तान का परचम: 'लीमा 2025' में भारत मंडप का भव्य उद्घाटन, वैश्विक मंच पर स्वदेशी रक्षा ताकत का प्रदर्शन
मुख्य समाचार:
मलेशिया के लांगकावी द्वीप में 20 से 24 मई, 2025 तक आयोजित प्रतिष्ठित लांगकावी अंतर्राष्ट्रीय समुद्री एवं एयरोस्पेस प्रदर्शनी (LIMA '25) में हिंदुस्तान ने अपनी रक्षा क्षमताओं का शानदार प्रदर्शन करते हुए वैश्विक मंच पर आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को मजबूती प्रदान की। इस अवसर पर माननीय राज्य रक्षा मंत्री श्री संजय सेठ ने 'भारत मंडप' का उद्घाटन कर हिंदुस्तानी रक्षा उद्योग की मजबूती, नवाचार और आत्मनिर्भरता को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया।
भारत मंडप: आत्मनिर्भर रक्षा निर्माण का परिचायक
'भारत मंडप' ने रक्षा क्षेत्र में हिंदुस्तान की तकनीकी उपलब्धियों, डिज़ाइन उत्कृष्टता और निर्माण क्षमता का परिचय दिया। इसमें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), बीईएमएल, IOL, GIL, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) और एमआईएल जैसी प्रमुख रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (DPSUs) के साथ-साथ कई अग्रणी निजी रक्षा कंपनियों ने भाग लेकर अपनी नवीनतम तकनीकों और उत्पादों को प्रदर्शित किया।
गौरवपूर्ण उपस्थिति और वैश्विक संवाद
इस भव्य उद्घाटन समारोह में मलेशिया में भारत के उच्चायुक्त श्री बी. एन. रेड्डी, HAL के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. डी. के. सुनील, और एयर मार्शल इंदरपाल सिंह वालिया, एवीएसएम, वीएम भी उपस्थित रहे। इसके अलावा कई देशों के रक्षा विशेषज्ञ, प्रतिनिधि, नीति-निर्माता एवं उद्योग जगत की हस्तियों ने भारत मंडप की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
भारत की प्रभावशाली भागीदारी: एक वैश्विक संदेश
‘लीमा 2025’ में भारत की प्रभावशाली भागीदारी इस बात की पुष्टि है कि हिंदुस्तान अब केवल रक्षा उपकरणों का उपभोक्ता नहीं, बल्कि एक मजबूत रक्षा निर्यातक और नवाचारकर्ता के रूप में उभर चुका है। यह प्रगति प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान और रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी के दूरदर्शी दिशा-निर्देशन का सजीव उदाहरण है।
रणनीतिक साझेदारियों को मिला नया आयाम
अपने मलेशिया दौरे के दौरान माननीय मंत्री श्री संजय सेठ ने कई देशों के रक्षा मंडपों का दौरा किया तथा अंतर्राष्ट्रीय निजी रक्षा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद स्थापित किया। इन उच्चस्तरीय वार्ताओं से यह संकेत मिला कि हिंदुस्तान भविष्य में रणनीतिक रक्षा साझेदारियों, साझा उत्पादन, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक नेताओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है।
‘लीमा 2025’ में भारत की भागीदारी केवल एक प्रदर्शनी नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता, तकनीकी समृद्धि और वैश्विक विश्वास का प्रतीक बनी। यह आयोजन हिंदुस्तान के लिए न केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से, बल्कि रणनीतिक और कूटनीतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ है।

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