पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 16 दिन बाद भारत ने बुधवार की रात ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की. भारतीय वायुसेना ने सीमा पार जाकर 9 से ज्यादा आतंकी अड्डों को निशाना बनाया और तबाह कर दिया. इन ठिकानों में जैश-ए-मोहम्मद का वह मुख्यालय भी शामिल था, जहां 2019 के पुलवामा हमले की साजिश तैयार की गई थी. इस कैंप को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी इस्तेमाल करते थे और इसे मसूद अजहर के करीबी संचालित करते थे.
खुफिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के बहावलपुर में मौजूद मरकज सुभान अल्लाह जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य अड्डा था. यहीं पर 2019 के पुलवामा हमले की साजिश रची गई थी. यह कैंप तकरीबन 12 से 15 एकड़ में फैला था और यहां आतंकियों को हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती थी. मसूद अजहर और उसके परिवार के लोग भी यहीं आसपास रहते थे. ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में खौफ का माहौल बना दिया है. वहीं भारत ने यह संदेश साफ कर दिया है कि वह अब आतंकवाद को सीमा पार बर्दाश्त नहीं करेगा.
जैश-ए-मोहम्मद को भारत ने अक्टूबर 2001 में आतंकवादी संगठन घोषित किया था. इसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूएई ने भी इसे बैन कर दिया. दिसंबर 2001 में संसद हमले के बाद बढ़ते दबाव के चलते पाकिस्तान ने जनवरी 2002 में इस पर रोक लगाई. मसूद अजहर को 2019 में संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित किया.

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