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ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के अड्डों पर भारत का प्रचंड प्रहार, मसूद अजहर के मारे जाने की आशंका


 नई दिल्ली/इस्लामाबाद/पहलगाम | विशेष रिपोर्ट

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में छिपे आतंक के अड्डों पर सर्जिकल एयर स्ट्राइक कर इतिहास रच दिया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक इस गुप्त और उच्चस्तरीय सैन्य कार्रवाई में भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त शक्ति देखने को मिली। इस ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कम से कम 9 आतंकी ठिकानों को सटीक निशाने पर लेकर नष्ट कर दिया गया। इस दौरान करीब 200 आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है, और सबसे महत्वपूर्ण, जैश सरगना मसूद अजहर के मारे जाने की प्रबल संभावना जताई जा रही है।

ऑपरेशन सिंदूर की रात: जब पाकिस्तान में सूर्योदय और फिर ब्लैकआउट हुआ

मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात, ठीक 2:00 बजे, भारतीय वायुसेना के राफेल, मिराज 2000 और सुखोई-30 MKI जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर 100 किलोमीटर अंदर तक 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया। इन हमलों में बहावलपुर, मुजफ्फराबाद, कोटली, मुरीदके, गुलपुर, सियालकोट, चाक अमरू और भिंबर प्रमुख रहे। बहावलपुर स्थित मसूद अजहर की मस्जिद पर मिसाइल हमला किया गया, जहां वह कथित रूप से छिपा हुआ था।

इस हमले के तुरंत बाद बहावलपुर और आस-पास के अस्पतालों में भगदड़ मच गई। रात के अंधेरे में बमबारी से एकबारगी सूर्योदय जैसी रोशनी फैली और उसके बाद पूरे क्षेत्र में ब्लैकआउट हो गया। पाकिस्तान के सभी वायुसेना अड्डों पर आपात अलर्ट घोषित कर दिया गया और कराची की ओर सभी उड़ानों को मोड़ दिया गया।

अजहर मसूद का खात्मा? अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि

भारत की इस कार्रवाई की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का संभावित अंत। खुफिया सूत्रों के अनुसार, वह हमले के समय बहावलपुर की एक मस्जिद में मौजूद था। इसी मस्जिद में पाकिस्तानी सेना और ISI के शीर्ष अधिकारी उससे नियमित रूप से मुलाकात किया करते थे। अगर उसकी मौत की पुष्टि होती है, तो यह भारत के लिए आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ी जीत होगी। हालांकि, पाकिस्तान ने अब तक इस पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है।

वायुसेना की रणनीति और हथियार प्रणाली

इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने फ्रांस से आए राफेल लड़ाकू विमानों के साथ-साथ मिराज-2000, सुखोई-30MKI, हारोप ड्रोन, और लोइटरिंग हथियार प्रणालियों का इस्तेमाल किया। मिसाइलें भारतीय सीमा से दागी गईं, जिससे अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन न हो।

भारत ने इस बार पाकिस्तान की सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना नहीं बनाया, बल्कि केवल आतंकवादी अड्डों पर हमले किए, ताकि स्पष्ट संदेश जाए कि भारत का युद्ध आतंक के खिलाफ है, न कि पाकिस्तान की आम जनता या सैन्य ढांचे के खिलाफ।

तीनों सेनाओं का संयुक्त प्रहार, पीएम और NSA की सीधी निगरानी

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारतीय थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर अंजाम दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने पल-पल की निगरानी की। यह ऑपरेशन महीनों की खुफिया तैयारी और सामरिक योजना का परिणाम था। रक्षा मंत्रालय की आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में पाकिस्तानी सेना की किसी भी सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया, लेकिन आतंकी नेटवर्क की रीढ़ तोड़ दी गई है

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: झूठ का पुलिंदा और परमाणु धमकी

हमले के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया अपेक्षित रही। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के DG लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि भारत ने “कायरतापूर्ण हमला” किया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने तो परमाणु हमले तक की धमकी दे डाली। उन्होंने एक वीडियो में कहा, “अगर भारत ने पाकिस्तान पर जंग थोपी, तो हम पूरी दुनिया को साथ लेकर तबाह हो जाएंगे।” इस बयान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हो रही है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं: भारत को मिला समर्थन

अमेरिका, फ्रांस, इजराइल और जापान जैसे देशों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने स्पष्ट किया कि यह हमला आत्मरक्षा में किया गया है और इसका उद्देश्य सिर्फ आतंकवाद का खात्मा है।

LOC पर तनाव, गोलीबारी और हाई अलर्ट

हमले के बाद से पुंछ, राजौरी और उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलीबारी हो रही है। भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। सभी एयर डिफेंस यूनिट्स को सक्रिय कर दिया गया है और सीमा पर सेना की तैनाती और संसाधनों को दोगुना कर दिया गया है।

विशेषज्ञों की राय: अब POK की ओर देख रही है नजर

वरिष्ठ रक्षा विशेषज्ञ प्रफुल्ल बख्शी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक कार्रवाई नहीं, यह रणनीतिक संदेश है कि अब भारत 'रक्षात्मक रणनीति' से निकलकर 'आक्रामक प्रतिरोध नीति' की ओर बढ़ चुका है। यह वक्त है कि भारत धीरे-धीरे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर अपना दावा और नियंत्रण मजबूत करे।”

 आतंक के खिलाफ निर्णायक कदम

'ऑपरेशन सिंदूर' केवल एक सैन्य अभियान नहीं है, यह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में निर्णायक मोड़ है। यह कार्रवाई दर्शाती है कि भारत अब सीमाओं पर चुप नहीं बैठेगा। यह एक स्पष्ट संकेत है कि अगर भारत के नागरिकों पर हमला होगा, तो भारत सीमाओं से परे जाकर आतंकवाद को उसकी मांद में घुसकर खत्म करेगा। अब पूरी दुनिया देख रही है कि भारत अब चुप नहीं रहेगा — भारत जवाब देगा, और ऐसा जवाब देगा जो इतिहास में दर्ज हो जाएगा।

ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के अड्डों पर भारत का प्रचंड प्रहार, मसूद अजहर के मारे जाने की आशंका ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के अड्डों पर भारत का प्रचंड प्रहार, मसूद अजहर के मारे जाने की आशंका Reviewed by PSA Live News on 10:29:00 am Rating: 5

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