रांची: बजरंग दल झारखंड प्रदेश के संयोजक रंगनाथ महतो ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत नीमडीह प्रखंड के झीमड़ी गांव से अपहृत युवती रीता महतो का धर्म बचाने के लिए प्रशासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि तस्लीम अंसारी और उसके परिवार द्वारा हथियार के बल पर रीता महतो का अपहरण किया गया था और उसे बंगाल में धर्म परिवर्तन के लिए फर्जी कागजात बनवाए गए थे।
रंगनाथ महतो ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि रीता महतो को शीघ्र ही उसके मूल धर्म के साथ और सकुशल परिवार के पास सौंपा नहीं गया, तो हिंदू समाज का विश्वास प्रशासन से पूरी तरह से उठ सकता है। उन्होंने कहा, “यह झारखंड है, बंगाल नहीं, जहां झारखंड धर्म स्वतंत्र अधिनियम 2017 लागू है। इस अधिनियम के तहत कोई भी व्यक्ति, परिवार या समाज किसी को डरा-धमका कर या प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन नहीं करा सकता।”
रंगनाथ महतो ने प्रशासन से अपील की कि वह इस घटना में शामिल सभी दोषियों को गिरफ्तार करें और निर्दोष हिंदू परिवारों को परेशान करना बंद करे। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो झीमड़ी की यह घटना पूरे प्रदेश में फैल सकती है और इसका जिम्मेदार जिला एवं राज्य प्रशासन होगा।
यह मामला अब राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील बन चुका है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और भी तूल पकड़ सकता है।
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