(विशेष रिपोर्ट: अशोक कुमार झा, संपादक – PSA Live News / रांची दस्तक)
रांची/बार्सिलोना/स्टॉकहोम | 19–27 अप्रैल 2025
झारखंड सरकार द्वारा यूरोप में की गई उच्चस्तरीय आधिकारिक यात्रा राज्य के आर्थिक कूटनीति, वैश्विक भागीदारी और सतत विकास को लेकर प्रतिबद्धता का जीवंत प्रमाण बन गई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बार्सिलोना (स्पेन) और स्टॉकहोम (स्वीडन) की यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने 50 से अधिक सरकारी एवं निजी संस्थाओं के साथ गहन संवाद किए।
भाग 1: स्पेन – नवाचार, अवसंरचना और हरित ऊर्जा का समागम
स्थान: बार्सिलोना, स्पेन
तारीख: 19–23 अप्रैल 2025
प्रमुख कार्यक्रम और परिणाम:
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बिजनेस इन्क्लूजन समिट में प्रस्तुति: मुख्यमंत्री ने ‘न्यू झारखंड फॉर न्यू इनवेस्टमेंट’ शीर्षक से राज्य की नीतियों और परियोजनाओं का बृहद प्रस्तुतिकरण किया, जिसमें MSME, पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण, और रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में निवेश को आमंत्रित किया गया।
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MoU हस्ताक्षर:
- EcoSolar Iberica के साथ 500 मेगावॉट सौर ऊर्जा परियोजना।
- UrbanMobility España के साथ रांची, बोकारो और जमशेदपुर में स्मार्ट ट्रांसपोर्ट पायलट प्रोजेक्ट।
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स्पेनिश चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ संवाद: तकनीकी स्थानांतरण, लघु उद्योग साझेदारी, और पारंपरिक हस्तशिल्प के लिए यूरोपीय बाजार तक पहुंच के विषय में सहयोग की सहमति बनी।
भाग 2: स्वीडन – स्टार्टअप, क्लीनटेक और शिक्षा सहयोग की दिशा में
स्थान: स्टॉकहोम, स्वीडन
तारीख: 24–27 अप्रैल 2025
प्रमुख कार्यक्रम और परिणाम:
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झारखंड–स्वीडन बिजनेस एंड टेक्नोलॉजी फोरम: इसमें AI, IoT, स्मार्ट एग्रीकल्चर, और हेल्थटेक सेक्टर की स्वीडिश कंपनियों ने हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि झारखंड उच्च तकनीक आधारित विकास के लिए खुला और तैयार राज्य है।
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शिक्षा एवं अनुसंधान सहयोग:
- Karolinska Institute से साझेदारी का प्रस्ताव, जिसके तहत झारखंड के मेडिकल स्टूडेंट्स को रिसर्च इंटर्नशिप और छात्रवृत्ति मिलेगी।
- Lund University के साथ स्किल डेवेलपमेंट प्रोग्राम की सहमति।
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क्लाइमेट रेज़िलियंट इंफ्रास्ट्रक्चर पर साझेदारी: स्वीडन की कंपनी Nordic Infra Systems के साथ प्रारंभिक समझ बनी है जिसके अंतर्गत झारखंड के शहरी क्षेत्रों में फ्लड रेसिस्टेंट ड्रेनेज सिस्टम और ग्रीन बिल्डिंग तकनीक लागू की जाएगी।
राजनयिक और सामाजिक दृष्टिकोण:
- इस यात्रा ने झारखंड को “नए भारत का सतत और समावेशी विकास मॉडल” के रूप में प्रस्तुत किया।
- प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद में मुख्यमंत्री ने झारखंड में डायस्पोरा निवेश नीति की रूपरेखा साझा की।
- महिलाओं और युवाओं को केंद्र में रखते हुए योजनाओं की प्रस्तुति ने वैश्विक मंच पर राज्य की नीतिगत प्रगति को दिखाया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की टिप्पणी:
“आज का झारखंड वैश्विक सोच रखता है, स्थानीय जरूरतों को समझता है, और नवाचार को अपनाता है। यह यात्रा केवल MoU तक सीमित नहीं, बल्कि साझेदारी और विश्वास की नींव है।”
अगले कदम:
- जून 2025 में “ग्लोबल झारखंड इन्वेस्टर्स समिट” का आयोजन रांची में।
- यूरोपीय कंपनियों के लिए “सिंगल विंडो इन्वेस्टमेंट डेस्क” की स्थापना।
- हस्ताक्षरित समझौतों की निगरानी और कार्यान्वयन प्रकोष्ठ का गठन।
झारखंड की यह यूरोप यात्रा एक रणनीतिक आर्थिक मिशन थी, जिसने न केवल निवेश के दरवाजे खोले बल्कि राज्य को एक जिम्मेदार, नवोन्मेषी और प्रगतिशील इकाई के रूप में वैश्विक पटल पर स्थापित किया।

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