आंध्रप्रदेश में ट्रेन दुर्घटना में हुई थी आदिम जनजाति के युवक की दर्दनाक मौत
रांची/लातेहार। राज्य सरकार की तत्परता और मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन की संवेदनशीलता का एक और उदाहरण सामने आया है। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश के बाद बुधवार को लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड स्थित ग्राम दैना निवासी कुशल बिरजिया का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा, जहां पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। मृतक कुशल बिरजिया आदिम जनजाति समुदाय से संबंध रखते थे और अपने परिवार के आर्थिक भरण-पोषण हेतु आंध्रप्रदेश के बाबरलाजुला जिले में कार्यरत थे।
29 मई को हुआ था हादसा, ट्रेन से कटने से हुई थी मौत
जानकारी के अनुसार, 22 वर्षीय कुशल बिरजिया की मृत्यु दिनांक 29 मई को आंध्रप्रदेश के चुराला रेलवे स्टेशन के निकट एक दर्दनाक रेल दुर्घटना में हो गई थी। स्थानीय प्रशासन द्वारा घटना की सूचना राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को दी गई, जिसके बाद पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री तक पहुँची।
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने इस दुखद घटना को गंभीरता से लेते हुए श्रम विभाग, लातेहार जिला प्रशासन तथा राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि – "हमारे श्रमिक हमारे राज्य की रीढ़ हैं। उनके साथ किसी भी आपदा की स्थिति में राज्य सरकार पूरी मजबूती से उनके परिजनों के साथ खड़ी रहेगी।"
राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने निभाई अहम भूमिका
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद झारखंड सरकार के अंतर्गत कार्यरत राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने तत्परता दिखाते हुए कुशल बिरजिया के परिजनों से संपर्क स्थापित किया और पूरे मामले की विस्तृत जानकारी ली। मृतक के शव को आंध्रप्रदेश से झारखंड लाने की प्रक्रिया युद्धस्तर पर शुरू की गई।
परिजनों की स्थिति को देखते हुए सरकार ने "मुख्यमंत्री झारखंड प्रवासी श्रमिक दुर्घटना कोष" के अंतर्गत विशेष सहायता राशि प्रदान कर शव को एम्बुलेंस से उनके गांव तक लाने की व्यवस्था सुनिश्चित की। बुधवार को जब कुशल का शव उनके गांव पहुंचा तो पूरे गांव में मातम पसर गया। अंतिम दर्शन के लिए आसपास के गांवों से भी लोग उमड़ पड़े।
परिवार को दिया जाएगा आर्थिक और सामाजिक सहयोग
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक कुशल बिरजिया अपने परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे। घर में वृद्ध माता-पिता और एक छोटी बहन हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने निर्देश दिया है कि परिवार को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से यथाशीघ्र जोड़ा जाए और पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाए।
लातेहार के उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि मृतक के परिवार को मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के अंतर्गत राहत प्रदान की जाएगी और प्रशासन की ओर से हर संभव मदद दी जाएगी। साथ ही, ग्राम दैना के मुखिया और पंचायत प्रतिनिधियों को निर्देशित किया गया है कि वे पीड़ित परिवार की जरूरतों पर विशेष ध्यान दें।
श्रमिकों की सुरक्षा पर गंभीर है सरकार
गौरतलब है कि झारखंड सरकार प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री प्रवासी श्रमिक सहायता योजना, झारखंड प्रवासी श्रमिक निबंधन पोर्टल, और प्रवासी नियंत्रण कक्ष जैसे माध्यमों से सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि देश के किसी भी कोने में कार्यरत झारखंड के श्रमिकों को आवश्यकता पड़ने पर तुरंत सहायता मिल सके।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ प्रतिबद्ध है। कुशल बिरजिया के मामले में जिस तरह राज्य तंत्र ने तत्काल कार्रवाई कर शव को सम्मानपूर्वक गांव तक पहुंचाया, वह प्रशासनिक संवेदनशीलता और मानवीय पहल की मिसाल है।
रिपोर्ट: विशेष संवाददाता, रांची दस्तक/PSA Live News

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