रांची, कटहल मोड़ — राजधानी रांची एक बार फिर कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बनकर सामने आई, जब शहर के सबसे व्यस्ततम इलाकों में से एक कटहल मोड़ पर ऑटो चालकों ने सरेआम ट्रैफिक पुलिसकर्मियों और होमगार्ड जवानों पर जानलेवा हमला कर दिया। घटना सोमवार को दोपहर के वक्त हुई, जब आम जनता की मौजूदगी में कुछ ऑटो चालकों ने कानून के रक्षकों को ही निशाना बना डाला।
घटना का वीडियो हुआ वायरल, कटहल मोड़ बना रणक्षेत्र
सोशल मीडिया पर 41 सेकंड का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि दो ट्रैफिक पुलिसकर्मी एक ऑटो चालक को पकड़कर ला रहे हैं। तभी वहां मौजूद अन्य ऑटो चालकों की भीड़ एकजुट हो जाती है और अचानक ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू कर देती है। यह पूरा घटनाक्रम महज कुछ सेकेंड में बेकाबू हो जाता है और कटहल मोड़ का चौराहा मानो रणक्षेत्र में बदल जाता है।
होमगार्ड जवान पर पत्थर से हमला, हालत गंभीर
हमले में होमगार्ड के एक जवान रोहित गंझू, जो चतरा जिला के निवासी बताए जा रहे हैं, को पीछे से एक ऑटो चालक ने पत्थर से सिर पर वार कर दिया। वह मौके पर ही लहूलुहान होकर गिर पड़े। तुरंत उन्हें गंभीर अवस्था में रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) ले जाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। फिलहाल डॉक्टरों की विशेष निगरानी में उनका इलाज जारी है और स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
ट्रैफिक पुलिस की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी
घटना के बाद ट्रैफिक पुलिस की ओर से स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान शुरू कर दी है और कुछ संदिग्ध ऑटो चालकों को हिरासत में भी लिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
जनता में आक्रोश, प्रशासन पर उठे सवाल
दिनदहाड़े हुई इस घटना ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जिस जगह यह घटना हुई, वह रांची का एक अत्यंत व्यस्त और रणनीतिक चौराहा है। घटना के वक्त वहां से गुजर रहे कई आम नागरिकों ने भी खुद को असुरक्षित महसूस किया। लोगों का कहना है कि अगर कानून के रक्षक ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है?
पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि कटहल मोड़ और इसके आस-पास के क्षेत्रों में ऑटो चालकों का आए दिन हंगामा, अवैध स्टैंड और ओवरलोडिंग की शिकायत मिलती रही है, लेकिन पुलिस द्वारा अब तक इनपर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। नतीजतन, ऑटो चालकों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब वे पुलिस पर ही हमला करने से नहीं डरते।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
रांची पुलिस के वरीय अधिकारियों ने इस घटना को बेहद गंभीर मानते हुए कहा है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। एसएसपी ने कहा है कि घटना में शामिल सभी हमलावरों की पहचान कर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया भी शुरू
इस घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं। विपक्षी दलों ने इसे राज्य सरकार की लचर कानून व्यवस्था का परिणाम बताया है। वहीं सत्तापक्ष का कहना है कि अपराधी किसी भी रूप में हों, उनपर कार्रवाई निश्चित है।
जरूरत है ठोस सुधार की
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि रांची जैसे शहर में भी ट्रैफिक व्यवस्था और कानून-व्यवस्था को लेकर व्यापक सुधार की आवश्यकता है। जब तक ऑटो स्टैंड, लाइसेंस, और चालकों के रिकॉर्ड को सख्ती से नियंत्रित नहीं किया जाएगा, तब तक इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका नहीं जा सकेगा।
कटहल मोड़ की यह घटना केवल एक हमला नहीं है, यह कानून और व्यवस्था को खुली चुनौती है। प्रशासन और समाज दोनों को मिलकर यह तय करना होगा कि कानून का भय बना रहे और वर्दी की इज्जत की रक्षा हो। वरना आने वाले दिनों में अपराधी तत्व और अधिक निडर और संगठित होते जाएंगे।

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