"सेवाभाव, निष्ठा और दूरदर्शी नेतृत्व से मिलेगा जिले को नया आधार"
मधुबनी, 2 जून । बिहार प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ और कुशल अधिकारी श्री आनंद शर्मा को मधुबनी जिले का नया जिलाधिकारी (डीएम) नियुक्त किया गया है। सोमवार को राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के बाद उन्होंने औपचारिक रूप से कार्यभार ग्रहण कर लिया। उनकी नियुक्ति को जिले के विकास और प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
श्री शर्मा का प्रशासनिक अनुभव:
श्री शर्मा 2011 बैच के प्रशासनिक अधिकारी हैं और अपने अब तक के कार्यकाल में उन्होंने राज्य के कई महत्वपूर्ण जिलों में उपविकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी एवं जिला आपूर्ति पदाधिकारी जैसे पदों पर कार्य किया है। वे आमजन से जुड़ने, योजनाओं की निगरानी करने, और भ्रष्टाचार पर सख्ती से कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं।
पिछले कार्यकाल में उनकी प्रमुख उपलब्धियों में शामिल हैं:
- पूर्णिया जिले में कुपोषण मुक्त ग्राम पंचायत अभियान का सफल संचालन
- सीवान में जल जीवन मिशन को समय से लागू कर 85% घरों तक नल-जल पहुंचाना
- कटिहार में बाल श्रम मुक्त विद्यालय पुनः संचालित कराना
- कोविड काल में अररिया में जिलास्तरीय ऑक्सीजन मैनेजमेंट सिस्टम की सफल स्थापना
सांसद रामप्रीत मंडल ने जताया विश्वास:
झंझारपुर के लोकप्रिय सांसद श्री रामप्रीत मंडल ने श्री शर्मा को बधाई देते हुए कहा —
"हमें पूर्ण विश्वास है कि श्री आनंद शर्मा जैसे कर्मठ, ईमानदार और जमीनी स्तर पर काम करने वाले अधिकारी के नेतृत्व में मधुबनी जिले को नई मजबूती मिलेगी। उनकी नीतियां और कार्यशैली निश्चित रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना और जनकल्याण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगी।"
सांसद मंडल ने यह भी कहा कि वे श्री शर्मा के साथ समन्वय बनाकर क्षेत्र के दीर्घकालिक मुद्दों, जैसे कोसी-धौस नदी तटबंध, झंझारपुर-कटैया सड़क, विद्युत आपूर्ति और जलापूर्ति योजनाओं को प्राथमिकता देंगे।
🛤️ मधुबनी: संभावनाओं और चुनौतियों का जिला
मधुबनी मिथिला की सांस्कृतिक राजधानी मानी जाती है। यह जिला मधुबनी पेंटिंग, मैथिली भाषा, लोकसंस्कृति और नारीशक्ति के प्रतीक के रूप में अंतरराष्ट्रीय पहचान रखता है। किंतु इसके समानांतर, विकास के कई सूचकांकों पर यह जिला अब भी पिछड़ा हुआ माना जाता है।
मुख्य समस्याएँ:
- ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर जल संकट और पेयजल योजनाओं की खराब स्थिति
- सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण सीमा पार अपराध और तस्करी
- सड़क एवं पुलों की जर्जर स्थिति, जिससे कृषि और व्यापार बाधित
- सरकारी विद्यालयों और अस्पतालों की दुर्दशा और डॉक्टरों की भारी कमी
- मनरेगा, आवास योजना और वृद्धा पेंशन जैसी योजनाओं में भ्रष्टाचार और देरी
इन सबके बीच श्री शर्मा के लिए यह एक बड़ी प्रशासनिक चुनौती भी होगी कि वे योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता लाएं, तकनीक का उपयोग बढ़ाएं और जमीनी स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी श्री शर्मा का पहला संदेश:
कार्यभार ग्रहण के बाद मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में श्री शर्मा ने कहा —
"मेरे लिए प्रशासन केवल कागज़ी काम नहीं, बल्कि जनसेवा का माध्यम है। मधुबनी को विकास के पथ पर तेज़ी से आगे ले जाना ही मेरी प्राथमिकता होगी। हम भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई करेंगे, योजनाओं को ज़मीनी स्तर तक पहुँचाएंगे और नागरिकों से सीधा संवाद स्थापित करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा कि वे प्रत्येक प्रखंड और पंचायत का दौरा करेंगे, ताकि वास्तविक समस्याओं की जानकारी मिल सके और उन पर शीघ्र कार्रवाई हो।
श्री आनंद शर्मा की नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब बिहार सरकार प्रशासनिक जवाबदेही और भ्रष्टाचार-मुक्त व्यवस्था पर विशेष जोर दे रही है। मधुबनी जैसे जिला, जहाँ कला, परंपरा और संघर्ष एक साथ चलते हैं, वहाँ एक संवेदनशील, अनुशासित और नवाचार में विश्वास रखने वाला अधिकारी एक नई उम्मीद बन सकता है।
अब देखना यह होगा कि श्री शर्मा, अपनी कार्यशैली और निर्णयों से जिले को उन ऊँचाइयों तक ले जा पाते हैं या नहीं, जिसकी वर्षों से प्रतीक्षा की जा रही है।
रिपोर्ट: आलोक कुमार झा
(ब्यूरो प्रमुख , PSA Live News )

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