कहा — “झारखंड का कोई भी बच्चा संसाधनों की कमी के कारण अपने सपनों से समझौता न करे”
रांची । झारखंड के कल्याण मंत्री श्री चमरा लिंडा ने आज रांची जिले के चान्हों प्रखंड स्थित नर्सिंग कौशल कॉलेज का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने कॉलेज प्रबंधन समिति, अध्यापकों और छात्राओं के साथ संवाद किया तथा कॉलेज की वर्तमान स्थिति, भविष्य की योजनाओं और आवश्यक संसाधनों पर गहन चर्चा की।
निरीक्षण के दौरान मंत्री ने कॉलेज की कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय और छात्रावास का बारीकी से अवलोकन किया। उन्होंने छात्राओं की समस्याओं को गंभीरता से सुना और आश्वस्त किया कि शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाने तथा बुनियादी सुविधाओं की कमी दूर करने के लिए विभाग शीघ्र ही ठोस कदम उठाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र की बेटियों को मिलेगा बड़ा अवसर
मंत्री लिंडा ने कहा कि यह संस्थान ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों, विशेषकर बेटियों के लिए उम्मीद की किरण है। उन्होंने कॉलेज प्रशासन की सराहना करते हुए कहा —
“यह कैंपस अत्यंत सुव्यवस्थित है और संसाधनों की कमी नहीं है। इसके समुचित उपयोग से नर्सिंग (ANM, GNM) जैसे व्यावसायिक कोर्स की शुरुआत की जा सकती है। इससे ग्रामीण क्षेत्र की बच्चियां पढ़-लिखकर राज्य और देश की सेवा करेंगी।”
उन्होंने कॉलेज प्रबंधन को निर्देश दिया कि वे विस्तृत योजना तैयार कर विभाग को प्रस्ताव भेजें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विभाग की प्राथमिकता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण मेडिकल शिक्षा उपलब्ध कराई जाए, जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिलें और झारखंड प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की दिशा में आत्मनिर्भर बन सके।
PPP मोड में संस्थानों को बढ़ावा देने का संकेत
मंत्री ने यह भी कहा कि इस दिशा में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP Mode) के अंतर्गत कौशल विकास संस्थानों को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि राज्य के युवाओं को आधुनिक प्रशिक्षण और रोजगार की गारंटी मिल सके।
अंत में मंत्री लिंडा ने दृढ़ स्वर में कहा —
“मेरा उद्देश्य है कि झारखंड का कोई भी बच्चा केवल संसाधनों की कमी के कारण अपने सपनों से समझौता न करे। राज्य सरकार हर संभव सहयोग प्रदान करेगी, बशर्ते संस्थान ठोस योजना और ईमानदार प्रयास के साथ आगे आएं।”

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