सनसनीखेज़ खुलासा : अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ – अमेरिका भेजने के नाम पर करोड़ों की ठगी, मास्टरमाइंड सहित 5 गिरफ्तार
हजारीबाग । हजारीबाग पुलिस ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसने झारखंड के युवाओं को “अमेरिका में नौकरी” का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रैकेट के मास्टरमाइंड उदय कुमार कुशवाहा समेत पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
यह गिरोह युवाओं को खतरनाक “डंकी रूट” के जरिये अमेरिका भेजने की कोशिश करता था, जिसमें पीड़ितों को महीनों तक जंगलों और नदियों के रास्तों से, माफियाओं की कैद में रखकर, मध्य और दक्षिण अमेरिका के कई देशों से होते हुए अमेरिकी सीमा तक पहुँचाया जाता था।
शिकायत का पूरा मामला
भराजो गांव निवासी सोनू कुमार ने 30 जुलाई 2025 को टाटीझरिया थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के ही निवासी उदय कुमार कुशवाहा (जो पिछले 45 वर्षों से अमेरिका में रहकर व्यवसाय कर रहे हैं) ने उन्हें और अन्य युवकों को नौकरी और उज्जवल भविष्य का सपना दिखाकर अमेरिका भेजने का झांसा दिया।
सोनू कुमार के मुताबिक, वर्ष 2024 में उन्हें और अन्य दो युवकों – बिकाश कुमार और पिंटू कुमार – को दिल्ली से ब्राजील भेजा गया। वहां पहुँचते ही तीनों को एक अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह के हवाले कर दिया गया।
पीड़ित सोनू कुमार ने बताया कि उन्हें करीब 50 दिनों तक माफियाओं की कैद में रखा गया। इस दौरान उदय कुमार ने सोनू के गरीब पिता को अमेरिका से कॉल कर लगातार पैसे की मांग की। मजबूर होकर पिता ने अपनी पैतृक जमीन बेचकर करीब ₹45 लाख रुपये अलग-अलग माध्यमों से उदय कुमार के रिश्तेदारों को भेजे।
कई महीनों की दुर्दशा झेलने के बाद सोनू कुमार को मैक्सिको सिटी होते हुए सैन डिएगो पहुँचाया गया, लेकिन अमेरिकी सीमा पर गिरफ्तार कर डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया, जहां वह चार महीने तक बंद रहा। मार्च 2025 में उसे भारत डिपोर्ट कर दिया गया।
घर लौटने के बाद जब सोनू ने अपनी रकम वापस मांगी तो उदय कुमार और उनके भाई चोहान प्रसाद ने गाली-गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी दी, जिसके बाद उन्होंने हिम्मत कर थाने में मामला दर्ज कराया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
शिकायत दर्ज होते ही टाटीझरिया थाना कांड संख्या 32/25 दिनांक 31/07/2025 विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए हजारीबाग पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बिश्रुगढ़ के नेतृत्व में एक विशेष छापामारी दल गठित किया गया।
सघन जांच और छापेमारी अभियान के बाद निम्न पाँच अभियुक्त गिरफ्तार किए गए:
- उदय कुमार कुशवाहा, सा० भराजो (वर्तमान पता: अमेरिका)
- दर्शन प्रसाद, सा० बुध बाजार, टाटीझरिया
- लालमोहन प्रसाद, सा० केसडा, टाटीझरिया
- चोहान प्रसाद, सा० भराजो, टाटीझरिया
- शंकर प्रसाद, सा० मेरु, हजारीबाग
महत्वपूर्ण बरामदगी
छापेमारी में पुलिस ने कई ऐसे सबूत बरामद किए, जो गिरोह की अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता को साबित करते हैं:
- Samsung मोबाइल: जिसमें पीड़ित और उसके पिता के साथ की गई WhatsApp चैट
- Axis और SBI बैंक की डिपॉजिट पर्चियां (उदय की पत्नी के नाम से)
- नोटबुक: जिसमें डंकी रूट से भेजे गए लोगों की सूची और वसूली गई रकम का विवरण
- Redmi और Vivo मोबाइल: जिनमें उदय कुशवाहा के साथ लेन-देन के ट्रांजैक्शन व चैट
- Motorola मोबाइल: जिसमें संदिग्ध WhatsApp वार्तालाप
अब तक डंकी रूट से भेजे गए लोग
पुलिस की जांच में अब तक 12 युवकों के नाम सामने आए हैं, जिन्हें इस गिरोह ने अमेरिका भेजा था:
दिगंबर कुशवाहा (2018), राजकुमार कुशवाहा (2013), नंदू कुमार (2022), पप्पू कुमार (2022), चंदन कुमार (2022), शंभू दयाल (2022), पृथ्वी राज कुशवाहा उर्फ सोनू (2022), संजय वर्मा (2022), सुमन सौरभ प्रसाद (2022), प्रवीण कुमार (2022), अरुण कुमार कुशवाहा (2019), धीरज कुमार (2019)।
छापामारी दल में शामिल अधिकारी
- श्री बैजनाथ प्रसाद, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बिश्रुगढ़
- श्री सरोज सिंह चौधरी, थाना प्रभारी, टाटीझरिया
- पु०अ०नि० पवन कुमार (अनुसंधानकर्ता)
- श्री कुनाल किशोर, थाना प्रभारी, मुफस्सिल थाना
- आ० संजय कुमार, रिजर्व गार्ड
- आ० टिंकू कुमार, रिजर्व गार्ड
- आ० कादिर हुसैन अंसारी, तकनीकी शाखा
- आ० मोनू कुमार, तकनीकी शाखा
पुलिस की अपील
हजारीबाग पुलिस इस मामले को एक बड़े अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी नेटवर्क के रूप में देख रही है। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से भी सहयोग लिया जाएगा।
पुलिस ने आमजन से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या संस्था द्वारा विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे मांगने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें।

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