पूरे परिसर में गूंजे "राधे-कृष्ण" के जयकारे, भक्तिमय माहौल में हुआ दिव्य आयोजन
रांची। श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट द्वारा संचालित श्री कृष्ण प्रणामी मंगल राधिका सदानंद सेवा धाम, पुंदाग, रांची में रविवार को 236वां श्री कृष्ण प्रणामी अन्नपूर्णा सेवा महाप्रसाद का आयोजन अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न हुआ। यह आयोजन गोपी किशन छापड़िया के सौजन्य से आयोजित किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर दिव्य अनुभूति प्राप्त की।
सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। श्री राधा-कृष्ण जी का अलौकिक श्रृंगार किया गया, जो देखने लायक था। मंदिर के पुजारी पंडित अरविंद कुमार पांडे द्वारा दोपहर 12 बजे भगवान श्री कृष्ण को मेवायुक्त केसरिया खीर महाप्रसाद का भोग विधिवत रूप से अर्पित किया गया। भोग के उपरांत दो हजार से अधिक श्रद्धालुओं के बीच प्रेमपूर्वक महाप्रसाद का वितरण किया गया।
महाप्रसाद वितरण के पश्चात मंदिर में भजन-संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें ट्रस्ट के सुप्रसिद्ध भजन गायक मनीष सोनी ने अपने सुमधुर भजनों से उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। “राधे कृष्ण राधे श्याम”, “प्रणामी प्यारे राधा के धाम” जैसे भजनों पर भक्तगण भावविभोर होकर झूम उठे। पूरा वातावरण कृष्णमय हो गया और श्रद्धालुओं की आंखें भक्ति भाव से नम हो गईं।
भजन-संध्या के उपरांत सामूहिक महाआरती की गई, जिसमें सभी श्रद्धालु दीप लिए भगवान के चरणों में नतमस्तक हुए। मंदिर के चारों ओर “जय श्री राधे कृष्ण” के जयकारे गूंज उठे और पूरा परिसर दिव्यता से आलोकित हो गया।
ट्रस्ट के प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय सर्राफ ने बताया कि आज के आयोजन में करीब चार हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर में हर माह यह अन्नपूर्णा सेवा महाप्रसाद आयोजित किया जाता है, जिसका उद्देश्य समाज में भक्ति, प्रेम और सेवा भाव को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष डूंगरमल अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल, शिव भगवान अग्रवाल, मधुसूदन जाजोदिया, नंदकिशोर चौधरी, पूरणमल सर्राफ, सुरेश भगत, विष्णु सोनी, पवन पोद्दार, मुरली प्रसाद, हरीश कुमार, परमेश्वर साहू, बसंत वर्मा सहित बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष और युवा श्रद्धालु उपस्थित थे।
आयोजन के समापन पर उपस्थित भक्तों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम आध्यात्मिक शांति और समाज में एकता का संदेश देते हैं। श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम का यह प्रयास जनसेवा और धर्मसाधना का सुंदर संगम है।
📿 “जहां राधा-कृष्ण का नाम होता है, वहां प्रेम, शांति और सौहार्द अपने आप आ जाते हैं।”
 
        Reviewed by PSA Live News
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7:06:00 pm
 
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