राँची। रातू प्रखंड के पुरियों पंचायत की मुखिया ज्योति देवी के खिलाफ में पुरियों पंचायत के ग्रामीणो ने शनिवार को रातू प्रखण्ड मुख्यालय में मुखिया पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुवे धरना दिया। मौके पर प्रदर्शनकारियों ने पंचायत के मुखिया के खिलाफ खूब नारेबाजी की। बाद में रातू प्रखंड विकास पदाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। मौके पर मौजूद पंचायत के ही महफूज अंसारी ने पुरियों पंचायत के मुखिया ज्योति देवी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं एक किसान हूँ। दिनांक 10/12/2022 को मैं "मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना" के तहत आवेदन करने के लिए हमारे पंचायत (पुरियों पंचायत) के मुखिया ज्योति देवी के पास आवेदन में अनुशंसा कराने गया था। लेकिन मुखिया जी मेरे साथ अभद्र व्यवहार करते हुए यह कहते हुए आवेदन को निरस्त कर दी कि तुमने चुनाव में मुझे वोट नही दिए हो तुम्हारा काम मैं नही करूंगी। और आवेदन में अनुशंसा कर चुकी अपनी सिग्नेचर और मोहर को पेन से काट दी। जबकि वहां पर सभी व्यक्तियों का आवेदन को मुखिया के द्वारा अनुशंसा किया गया। वही मौके पर पुरियों पंचायत के उप मुखिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुरियों पंचायत की मुखिया ज्योति देवी लगातार दो बार से पंचायत के मुखिया है। लेकिन अब ग्रामीणों के साथ उनका अच्छा व्यवहार नहीं रहता। लगातार ग्रामीणों का शिकायत हम लोगों के पास पहुंचता है। यहां तक की मुझे भी पंचायत में किसी भी विकास मामले संबंधित जानकारियां नहीं देती।
मौके पर प्रदर्शनकारियों ने कहा के यदि पुरियों पंचायत के मुखिया को सरकार अविलंब बर्खास्त नहीं करती है तो आगे और भी उग्र आंदोलन किया जाएगा। पुरियों पंचायत के मुखिया ज्योति देवी के खिलाफ मुख्यमंत्री, राज्य निर्वाचन आयोग, और जिला उपायुक्त से भी पंचायत के महफूज अंसारी ने लिखित तौर पर शिकायत की गई है।
वहीं मुखिया ज्योति देवी से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लगे हैं वह गलत है आवेदनकर्ता मेरे पास नहीं आए थे बल्कि अपने भाई को भेजे थे।
हालांकि आवेदनकर्ता ने मीडिया को मुखिया से फोन पर बातचीत का एक ऑडियो भी उपलब्ध कराया है जिसपर मुखिया ने स्वीकारा है कि मैंने आवेदन में सिग्नेचर करके काट दी क्योकि चुनाव के समय तुम मेरे विरुद्ध काम किये थे।
कोई टिप्पणी नहीं: