रांची/ नई दिल्ली। मत्स्य पालन विभाग के द्वारा वर्ष 2024-25 तक प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत देश भर में लगभग 55 लाख लोगों को रोजगार के अवसर पैदा करने का लक्ष्य लिया गया है। इसके लिए 20050 करोड रुपए की अनुमानित राशि के निवेश पर भी कार्य किया जा रहा है। उक्त आशय की जानकारी केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रुपाला ने लोकसभा में दी। बजट सत्र के दौरान सांसद श्री संजय सेठ ने सरकार से यह सवाल पूछा था कि मत्स्य पालन में स्वरोजगार की क्या स्थिति है? झारखंड में मछली उत्पादन की क्या स्थिति है? और इसके लिए राज्यों को कितनी राशि आवंटित की गई है?
इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वर्ष 2021-22 के दौरान झारखंड में 2.57 टन मछली का उत्पादन किया गया। वही इसी वर्ष में देश में 162.48 टन मछली का उत्पादन हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि मछली उत्पादन के माध्यम से लगभग 34 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। मछली उत्पादन को बढ़ावा मिल सके, इसकी मार्केटिंग बेहतर हो, इसका इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़िया तैयार हो, श्रमिकों को उनका बेहतर मेहनताना मिले, इसके साथ ही मछुआरों और अन्य हित धारकों की आय में वृद्धि हो, इसके लिए भारत सरकार हमेशा से गंभीर रही है। मछली उत्पादन और रोजगार के क्षेत्र में पीएमएवाई के तहत सरकार के द्वारा बड़ी मात्रा में राशि निर्गत की गई है। देश के राज्यों को मछली उत्पादन और पालन के लिए राशि निर्गत हुई है। उसमें सबसे अधिक राशि आंध्र प्रदेश को दी गई है। आंध्र प्रदेश को 212108 लाख रुपए की लागत की परियोजना मिली है। जिसमें 54488 लाख रूपए केंद्र का अंश है। झारखंड में कुल ₹30902 लाख रूपए परियोजना को स्वीकृति मिली है, जिसमें ₹10200 लाख रूपए केंद्र का अंश है। इसमें 3125 लाख रुपए की राशि रिलीज भी कर दी गई है। मत्स्य पालन के क्षेत्र में देश में रोजगार के अवसर उपलब्ध हो, इस दिशा में सरकार गंभीरता से काम कर रही है।
_*गंभीरता पूर्वक काम करे राज्य सरकार : संजय सेठ*_
सांसद संजय सेठ ने कहा कि मछली पालन और उत्पादन रोजगार का बड़ा जरिया बन चुका है। झारखंड में इसकी अपार संभावनाएं हैं परंतु राज्य सरकार की अदूरदर्शिता के कारण एक तिहाई राशि भी नहीं रिलीज हो पाई। यह राज्य सरकार की नाकामी है। सरकार को चाहिए कि इस दिशा में गंभीरता से योजना बनाकर काम करें, ताकि हमारे राज्य के लोग भी मछली उत्पादन में अग्रणी स्थान बना सके। यहां के लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित हो सके।
झारखण्ड में मछली पालन से एक साल में 34 लाख को मिला रोजगार
Reviewed by PSA Live News
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11:41:00 pm
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