हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर झारखंड के पत्रकार अशोक झा को मिला डिजिटल सम्मान पत्र, जेसीआई ने पत्रकारों की आवाज उठाने को लेकर किया सम्मानित
रांची । पत्रकारों के हितार्थ संकल्पित पत्रकारों की राष्ट्रीय स्तर की संस्था जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया के द्वारा हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर पत्रकार साथियों को डिजिटल सम्मान पत्र से सम्मानित करते हुए हिन्दी पत्रकारिता दिवस का उत्सव मनाया। आज हम सब आजादी के अमृत महोत्सव दौर में प्रवेश कर चुके है। वहीँ आजादी मिलने के बाद से अनेकों महत्वपूर्ण कार्य विभिन्न क्षेत्रों में हुए और होते भी आ रहे है मगर अभी भी पत्रकारिता के क्षेत्र में व्यापक तौर पर यह भी कहा जा सकता है कि कोई इनकी सुरक्षा व्यवस्था या इनकी भरण पोषण व्यवस्था व अन्य किसी भी वास्तविक सुविधाओं को इनके लिए निर्धारित नहीं किया गया है जो चिंतनीय विषय है।
जब कि मीडिया को लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ का दर्जा प्राप्त है! पत्रकारों की राष्ट्रीय स्तर की संस्था जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया ने पत्रकारों के भविष्य को लेकर जो भी समस्याएं व सुविधाएं जो कि पत्रकार साथियों को मुहैय्या होनी चाहिए, उसके लिए संघठन के द्वारा समय समय पर भारत सरकार को ज्ञात कराने हेतु अपनी आवाज को अपने समाचार पत्रों/चैनलों/ पोर्टलों व अपने अन्य साथी पत्रकारों के समाचार पत्रों/चैनलों/ पोर्टलों के माध्यम से शासन तक आवाज़ पहुंचाने वाले पत्रकार साथियों को डिजिटल सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया।
साथ ही सभी साथियों के उज्जवल भविष्य की कामना की गयी। इसी क्रम में संस्था के राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य और पीएसए लाइव न्यूज़ के संपादक झारखंड के रांची के अशोक कुमार झा को संस्था व पत्रकारों के हक के लिए आवाज़ बुलंद करने हेतु हिन्दी पत्रकारिता दिवस के मौक़े डिजिटल सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया। आज झारखंड की राजधानी रांची में जेसीआई से जुड़े झारखंड प्रदेश के सभी पत्रकारों ने संस्था द्वारा झारखंड के पत्रकार को सम्मानित करने पर संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग सक्सेना के प्रति आभार व्यक्त किया ।
मौके पर अशोक कुमार झा ने कहा कि हमारी संस्था जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया सभी पत्रकार साथियों की समस्याओं के लिए आवाज़ उठाती रही है । चाहे वह मान्यता प्राप्त हो या गैर मान्यता प्राप्त या प्रिंट, एलेक्ट्रोनिक या न्यू मीडिया (वेब मीडिया और यूट्यूब) हो । हाल में झारखंड के वेब मीडिया और यूट्यूब के पत्रकारों की समस्याओं को लेकर उठी समस्याओं पर जवाब देते हुए उन्होने कहा कि किसी भी पत्रकार साथियों को डरने की कोई जरूरत नहीं है । सरकार द्वरा ऐसा कोई भी गाइड लाइन जारी नहीं किया गया है जिसमें वेब मीडिया और यूट्यूब चैनल को पूरी तरह से बंद करने का निर्देश हो । पर पत्रकारिता की मर्यादा को बचाये रखना भी हम सबकी जिम्मेवारी है । आगे संगठन सरकार को डिजिटल मीडिया के पंजीकरण के लिये नियमावली बनाने हेतु बार बार सरकार का ध्यान आकृष्ट कराती रही है और आगे जब तक इसका कोई समाधान नहीं निकल जाता ताबतक अपना यह अभियान जारी रखेगी ।

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