ग्राम पंचायत कुंदवार ने दो तीन फोटो के सहारे 7 दिन में लगा डाली दो लाख रु से ज्यादा की फर्जी हाजिरी
एक कुंदवार ही नहीं वल्कि देवसर जनपद पंचायत के कई ग्राम पंचायतों में चल रहा फर्जी हाजिरी का खेल
सिंगरौली से मिथिलेश कुमार यादव की विशेष रिपोर्ट।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) ग्रामीण भारत में रोजगार का एक बड़ा आधार है, लेकिन हाल के खुलासों ने इस योजना के कार्यान्वयन में गंभीर खामियों को उजागर किया है। कई जगहों पर फर्जी हाजिरी का खेल सामने आया है, जहां एक-दो पुरानी तस्वीरों का इस्तेमाल कर सैकड़ों मजदूरों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है। यह भ्रष्टाचार न केवल योजना के उद्देश्य को कमजोर कर रहा है, बल्कि गरीब मजदूरों के अधिकारों का भी हनन कर रहा है।
क्या है मामला?
मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के देवसर जनपद के ग्राम पंचायत कुंदवार जहां मनरेगा के तहत फर्जी हाजिरी का खेल चल रहा है। दो तीन फोटो को रोज अपलोड करके कई कार्ययोजनाओं में वही फोटो अपलोड करके फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है।
फोटो को देखकर अंदाजा लग रहा होगा कि किस तरह फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
जनपद सीईओ संजीव तिवारी को ऐसे मामलों में कार्यवाही ना करने के कारण बढ़ रहा है फर्जी वाडा
जनपद सीईओ संजीव तिवारी के द्वारा इस तरह के मामलों में आज तक किसी भी प्रकार से ना कोई नोटिस जारी किया गया न किसी प्रकार से कोई कार्यवाही? इसी वजह से फर्जी हाजिरी का खेल जोरों पर चल रहा है, जिससे सरकारी धन की लूट हो रही है। यह स्थिति मुख्यमंत्री के स्पष्ट आदेशों की अवहेलना को भी दर्शाती है।
पहले देवसर जनपद पंचायत के सीईओ के द्वारा इस तरह के मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की गई इसीलिए ग्राम पंचायत स्तर पर रोजगार सेवक फर्जी मस्टर रोल तैयार कर रहे हैं। एक-दो पुरानी तस्वीरों का उपयोग कर सैकड़ों मजदूरों की हाजिरी दर्ज की जा रही है, जबकि वास्तव में कार्यस्थल पर कोई काम नहीं हो रहा।

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