प्रयागराज। महाकुंभ मेला के पहले अमृत स्नान के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद सरकार आगे के प्रमुख स्नान की तैयारियों को पुख्ता करने में जुट गई है। मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ तक श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने युद्धस्तर पर तैयारियों के निर्देश दिए हैं। 13 जनवरी से महाकुंभ के प्रथम स्नान से अब तक मेला क्षेत्र में 6 करोड़ से अधिक लोग आकर संगम में डुबकी लगा चुके हैं। मंगलवार को मकर संक्राति पर पहले अमृत स्नान के दौरान साढ़े तीन करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया है। अब अगला बड़ा अमृत स्नान मौनी अमावस्या का है, जो 29 जनवरी को होगा।
व्यवस्था और बेहतर करें
सीएम ने बुधवार को शासन के उच्चाधिकारियों के साथ महाकुंभ के अनुभवों और कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या के अवसर पर 8-10 करोड़ लोगों के आगमन की संभावना है। ऐसे में व्यवस्थाओं को और बेहतर करने की आवश्यकता है। रेलवे के साथ संवाद बनाकर महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों का समयबद्ध आवागमन सुनिश्चित करवाया जाए। नियमित और विशेष ट्रेनों का संचालन लगातार करते रहें। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए।
क्यो है मौनी अमावस्या का महत्व,इस बार लग रहा है अजब संयोग
वैदिक पंचांग के अनुसार, माघ कृष्ण अमावस्या तिथि की शुरुआत 28 जनवरी 2025 को शाम 7 बजकर 35 मिनट से होगी. जबकि, इस तिथि की समाप्ति 29 जनवरी 2025 को शाम 6 बजकर 05 मिनट पर होगी. इसके अवाला इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 25 मिनट से लेकर 6 बजकर 18 मिनट तक रहेगा. पौराणिक मान्यता के अनुसार, अमावस्या के दिन पितर धरती पर पधारते हैं. इस दिन वे अपने वंशजों से जल-तर्पण, दान और पिंडदान की अपेक्षा करते हैं. कहते हैं कि इस दिन जब पितरों के निमित्त तर्पण, पिंडदान और दान किया जाता है तो उनकी आत्मा तृप्त हो जाती है. पूर्वज जब प्रसन्न होते हैं तो घर-परिवार खुशहाल रहता है.

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